अदालत ने केंद्र, आप सरकार से अगवा बांग्लादेशी युवकों के कथनों का पता लगाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में पूछा

By भाषा | Published: April 12, 2021 01:59 PM2021-04-12T13:59:30+5:302021-04-12T13:59:30+5:30

The court asked the Center, AAP government about the steps taken to ascertain the statements of the Bangladeshi youth abducted. | अदालत ने केंद्र, आप सरकार से अगवा बांग्लादेशी युवकों के कथनों का पता लगाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में पूछा

अदालत ने केंद्र, आप सरकार से अगवा बांग्लादेशी युवकों के कथनों का पता लगाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में पूछा

नयी दिल्ली, 12 अप्रैल दिल्ली उच्च न्यायालय ने केंद्र, आप सरकार और पुलिस से उन तीन बांग्लादेशी युवकों के पिछले जीवन का पता लगाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में पूछा है जिन्हें उनके देश से कथित तौर पर अगवा कर मार्च में यहां लाया गया था।

न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह ने गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय, बांग्लादेश उच्चायोग, दिल्ली सरकार, सीमा सुरक्षा बल और पुलिस को तीनों युवकों की याचिका पर नोटिस जारी कर उनका जवाब मांगा है जो अपने देश लौटना चाहते हैं।

अदालत ने निर्देश दिया कि विदेशी नागरिक क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) को इस मामले में पक्षकार बनाया जाया और साथ ही उसे भी नोटिस जारी किया।

तीनों युवकों की ओर से दायर याचिका के मुताबिक चार मार्च, 2021 को वे एक व्यक्ति के साथ भारत-बांग्लादेश सीमा देखने गए थे जिसने सीमा के पास पहुंचने के बाद उन्हें कुछ खाने को दिया था।

अधिवक्ता कमलेश कुमार मिश्रा, ऋतु मैती और अभिषेक आनंद के माध्यम से दायर याचिका के मुताबिक खाना खाने के बाद, तीनों बेहोश हो गए और जब 10 मार्च को उनकी आंख नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर खुली।

याचिका के मुताबिक, इसके बाद वे तीनों पास के कमला मार्केट पुलिस थाना गए और अपनी कहानी सुनाई और पुलिसककर्मियों ने उन्हें खाने के लिए कुछ पैसे दिए। साथ ही कहा कि बाद में उन्हें बेघरों के रात्रि शिविर में भेज दिया गया।

इसमें यह भी बताया गया कि सामाजिक कार्यकर्ता सुनील कुमार अलेडिया की मदद से उन्होंने बांग्लादेश उच्चायोग और भारत तथा बांग्लादेश की सरकारी एजेंसियों के समक्ष प्रतिवेदन दिया लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला।

याचिका में उनकी सुरक्षित घर वापसी के अलावा उन्हें पासपोर्ट या वीजा के अभाव में गिरफ्तार नहीं किए जाने और उन्हें स्वदेश भेजे जाने तक भोजन एवं आश्रय मुहैया कराए जाने का भी अनुरोध किया गया है।

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Web Title: The court asked the Center, AAP government about the steps taken to ascertain the statements of the Bangladeshi youth abducted.

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