राम मंदिर निर्माण में थाईलैंड की मिट्टी भी की जाएगी शामिल, जानिए क्या है भगवान राम का थाईलैंड से कनेक्शन

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: November 28, 2023 12:44 PM2023-11-28T12:44:19+5:302023-11-28T12:45:52+5:30

राजधानी बैंकॉक से सटा एक शहर भी है जिसका नाम अयोध्या है। माना जाता है कि थाईलैंड के राजा भगवान विष्णु के अवतार हैं। इसी भावना का सम्मान करते हुए थाईलैंड का राष्ट्रीय प्रतीक गरुड़ है।

Thailand soil will also be included in the construction of Ram temple know connection of Lord Ram | राम मंदिर निर्माण में थाईलैंड की मिट्टी भी की जाएगी शामिल, जानिए क्या है भगवान राम का थाईलैंड से कनेक्शन

मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होगा

Highlights भगवान राम कभी थाईलैंड नहीं गए थेरामायण के थाई संस्करण को रामकियेन या रामकीर्ति के नाम से जाना जाता हैराजधानी बैंकॉक से सटा एक शहर भी है जिसका नाम अयोध्या है

नई दिल्ली: अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के उद्घाटन से पहले थाईलैंड से मिट्टी  भेजी जाएगी। इस मिट्टी का इस्तेमाल रामजन्मभूमि मंदिर के निर्माण में किया जाएगा। राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख तय हो गई है। मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होगा। 22 तारीख के बाद  राम भक्तों को प्रभु श्री राम का दर्शन उपलब्ध होगा। 

राम के मंदिर के लिए थाईलैंड की दो नदियों से पानी पहले ही भेजा जा चुका है। अब वहां से मिट्टी भेजी जाएगी। इस बारे में  विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के थाईलैंड चैप्टर के अध्यक्ष सुशील कुमार सराफ ने न्यूज18 से बात करते हुए कहा कि थाईलैंड का भारत के साथ गहरा सांस्कृतिक संबंध है और यह और मजबूत होगा। अयोध्या से मिट्टी लेने के लिए गोविंद बृज महाराज थाइलैंड गए हुए हैं। मिट्टी को अयोध्या ले जाने के लिए उन्हें सौंपा जाएगा। 

क्या है भगवान राम का थाईलैंड से कनेक्शन

 भगवान राम कभी थाईलैंड नहीं गए थे लेकिन रामायण का थाईलैंड, कंबोडिया, इंडोनेशिया और लाओस सहित दक्षिण पूर्व एशिया की विभिन्न संस्कृतियों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है। थाईलैंड में, रामायण के थाई संस्करण को रामकियेन या रामकीर्ति के नाम से जाना जाता है। रामकथा को थाई कला, साहित्य, नृत्य, रंगमंच और यहां तक ​​कि मंदिरों और महलों की वास्तुकला में रूपांतरित और एकीकृत किया गया है। 

इसके अलावा, माना जाता है कि भगवान राम की कहानी के प्रति थाईलैंड के सम्मान की जड़ें प्राचीन भारत और थाईलैंड के बीच साझा संस्कृति में हैं। हिंदू-बौद्ध प्रभाव कम से कम 11वीं शताब्दी से थाईलैंड के धार्मिक परिदृश्य का हिस्सा रहा है। थाईलैंड के बौद्ध मंदिरों में आपको ब्रह्मा, विष्णु और महेश की मूर्तियां और चित्र मिल जाएंगे। इनमें रोज बड़ी संख्या में हिंदू और बौद्ध पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।  राजधानी बैंकॉक से सटा एक शहर भी है जिसका नाम अयोध्या है। माना जाता है कि थाईलैंड के राजा भगवान विष्णु के अवतार हैं। इसी भावना का सम्मान करते हुए थाईलैंड का राष्ट्रीय प्रतीक गरुड़ है।

22 जनवरी के लिए खास प्रबंध

श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लेने आ रहे साधु संतों के लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट बाग विजेशी मोहल्ले में तीर्थ क्षेत्र पुरम तथा कर सेवक पुरम और मणिरामदास छावनी के औषधालय के विशाल मैदान पर टेंट सिटी स्थापित कर रहा है। लगभग 25000 लोगों के रहने खाने, दवा यातायात का प्रबंध ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा भोजनालय का भी बड़े पैमाने पर संचालन किया जाएगा और यह भोजनालय दो माह तक अर्थात 22 जनवरी से 15 मार्च तक चलता रहेगा।

Web Title: Thailand soil will also be included in the construction of Ram temple know connection of Lord Ram

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