कपड़ों पर प्रस्तावित जीएसटी वृद्धि के खिलाफ दिल्ली में कपड़ा कारोबारियों ने दुकाने बंद रखी
By भाषा | Updated: December 30, 2021 17:30 IST2021-12-30T17:30:40+5:302021-12-30T17:30:40+5:30

कपड़ों पर प्रस्तावित जीएसटी वृद्धि के खिलाफ दिल्ली में कपड़ा कारोबारियों ने दुकाने बंद रखी
नयी दिल्ली, 30 दिसंबर केंद्र सरकार द्वारा कपड़े पर एक जनवरी से जीएसटी दर मौजूदा पांच फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी करने के प्रस्तावित कदम के विरोध में दिल्ली में कपड़ा कारोबार से जुड़े कई बाजार बृहस्पतिवार को बंद रहे।
हड़ताल के आह्वान के बाद चांदनी चौक, गांधी नगर, लाजपत नगर, करोल बाग, ओखला, शांति मोहल्ला, पीतमपुरा, जोगीवाड़ा, रोहिणी के 64 छोटे और मध्यम बाजारों समेत कई अन्य बाजार भी बंद रहे।
दिल्ली हिंदुस्तानी मर्केंटाइल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष भगवान बंसल ने कहा कि कपड़े और रेडीमेड कपड़ों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की दरों में प्रस्तावित बढ़ोतरी से “व्यवसाय खत्म”हो जाएगा और आम आदमी की जेब पर भी बड़ा बोझ पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि कच्चे माल की बढ़ती लागत के कारण कपड़े पहले ही लगभग 30 प्रतिशत महंगे हो गए हैं और जीएसटी दरों में बढ़ोतरी से कारोबार पर और असर पड़ेगा।
बंसल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “हम केंद्र सरकार से अपील करते हैं कि वह निर्णय वापस ले और इस पर व्यापारियों के साथ बातचीत करे। अगर यह मांग नहीं मानी गई तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे।”
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्रालय का प्रभार संभालने वाले मनीष सिसोदिया ने व्यापारियों की हड़ताल का समर्थन किया और कहा कि वह शुक्रवार की जीएसटी परिषद की बैठक में व्यापारियों की मांग रखेंगे।
उन्होंने ट्वीट किया, “कपड़ा व्यापारी जीएसटी की दरें पांच प्रतिशत से12 प्रतिशत किए जाने का विरोध कर रहे हैं। उनकी यह मांग जायज है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार हमेशा कर दरों को कम रखने के पक्ष में रही है। कल होने वाली जीएसटी परिषद की बैठक में मैं कपड़ों पर कर कम रखने की मांग रखूंगा।
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