आज के इस दौर में कई ऐसी खतरनाक बीमारियां हैं, जिनका अभी तक इलाज ढूंढ पाना संभव नहीं हो पाया है। वहीं कुछ बीमारियों का इलाज सही समय पर नहीं होने के कारण वह गंभीर रूप धारण कर लेती है। मेडिकल साइंस ने पहले के मुकाबले में काफी अधिक तरक्की कर चुकी है, लेकिन इसके बावजूद बीमारियों की संख्याओं में लगातार इजाफा होता जा रहा है।
ग्रामीण इलाकों में अस्पताल और डॉक्टर की कमी के कारण भी कई बार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। ऐसे दौर में भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर शहर में एक ऐसा मंदिर है जहां बड़ी-बड़ी बीमारियों का इलाज बिना किसी दवाई के किया जाता है। भारत ही नहीं बल्कि विदेश भी लोग इस मंदिर में अपना इलाज कराने आते रहते हैं।
धूप, मिट्टी, हवा और पानी जैसी प्राकृतिक चीजों से गोरखपुर शहर के इस मंदिर में लोगों का इलाज किया जाता है। मेडिकल कॉलेज रोड पर आम बाजार में स्थित प्राकृतिक चिकित्सालय आरोग्य मंदिर पिछले कई सालों से इसी तरह लोगों का इलाज करता आ रहा है। रिपोर्ट की मानें तो अब तक एक लाख से ज्यादा मरीज यहां से स्वस्थ्य हो चुके हैं।
1962 में आरोग्य मंदिर का अपना भवन बना और तभी से यह प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र आम बाजार, मेडिकल कॉलेज रोड स्थित अपने भवन में संचालित हो रहा है। इस केंद्र से प्राकृतिक चिकित्सा से संबंधित 26 पुस्तकों का प्रकाशन हो चुका है। आरोग्य मंदिर में दमा, कब्जियत, मधुमेह, कोलाइटिस, अल्सर, अम्ल पित्त, ब्लडप्रेशर, अर्थराइटिस, एक्जिमा, मोटापा व एलर्जी आदि बीमारियों का इलाज होता है।