लॉकडाउन में 1,400 किमी स्कूटर चलाकर जिस बेटे को लाया वह अब यूक्रेन में फंसा, मां रजिया बेगम ने पीएम मोदी, सीएम से लगाई गुहार
By अनिल शर्मा | Published: March 5, 2022 12:57 PM2022-03-05T12:57:42+5:302022-03-05T13:09:00+5:30
तेलंगाना के निजामाबाद जिले के एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका रजिया बेगम अपने 19 वर्षीय बेटे निजामुद्दीन अमन की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रही हैं।
तेलंगानाः साल 2020 में कोरोनावायरस की वजह से लगे लॉकडाउन में एक मां अपने जिस बेटे को 1400 किमी स्कूटर चलाकर घर लाई थी, अब वह यूक्रेन में फंस गया है। मां ने युद्धग्रस्त देश यूक्रेन में बेटे के फंसे होने को लेकर चिंता जाहिर की है।
तेलंगाना के निजामाबाद जिले के एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका रजिया बेगम अपने 19 वर्षीय बेटे निजामुद्दीन अमन की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रही हैं। मां के मुताबिक बेटा अमन पूर्वी यूरोपीय देश सूमी में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। सूमी रूसी सीमा के करीब स्थित है और अधिकांश भारतीय छात्र सूमी स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी से ताल्लुक रखते हैं।
रजिया बेगम ने रूस और यूक्रेन के बीच तनावपूर्ण गतिरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, राज्य के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली से उनके बच्चे और अन्य भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया है।
गौरतलब है कि दो साल पहले रजिया बेगम ने कोविड -19 की वजह से राष्ट्रव्यापी तालाबंदी लागू करने के बाद पड़ोसी आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में फंसे अपने बेटे को वापस लाने के लिए एक लंबी और कठिन यात्रा की थी। स्थानीय पुलिस की अनुमति के बाद वह अकेले ही नेल्लोर गई और अपने छोटे बेटे के साथ लौटी थीं।
महिला ने गुरुवार को पीटीआई को बताया कि निजामुद्दीन अमन बंकरों में बंद है और फोन पर उससे बात कर रहा है। "उसने मुझे आश्वस्त करने के लिए फोन किया कि वह ठीक है और मुझे उसके बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है," उसने कहा। कहा जाता है कि जिस जगह वह रह रहे हैं, वहां से परिवहन संपर्क कट गया है।