टीआरएस के वरिष्ठ नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र ने विधायक पद से दिया इस्तीफा, भाजपा में होंगे शामिल
By सतीश कुमार सिंह | Published: June 12, 2021 02:54 PM2021-06-12T14:54:02+5:302021-06-12T14:55:13+5:30
तेलंगाना के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और विधायक ई. राजेंद्र के करीबी सूत्रों ने बताया कि वह राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डी की मौजूदगी में 14 जून को भगवा पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
हैदराबादः तेलंगाना के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और विधायक ई. राजेंद्र ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। तेलंगाना राष्ट्र समिति के वरिष्ठ नेता को मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भूमि हथियाने के आरोप में राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था।
राजेंद्र ने शनिवार को विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया। एटाला के कुछ दिनों में दिल्ली में अपने राष्ट्रीय नेताओं की मौजूदगी में भाजपा में शामिल होने की संभावना है। शनिवार को स्पीकर को संबोधित एक पत्र में, पूर्व मंत्री ने तत्काल प्रभाव से हुजूराबाद विधायक के रूप में अपना इस्तीफा दे दिया।
के चंद्रशेखर राव के मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री थे
उन्होंने टीआरएस के साथ अपने 19 साल पुराने जुड़ाव को समाप्त करते हुए पिछले हफ्ते पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। सोमवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में आधिकारिक रूप से भाजपा में शामिल होने की संभावना है। एक महीने पहले राजेंद्र के चंद्रशेखर राव के मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री थे और उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था।
हुजूराबाद निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले राजेंद्र सत्तारूढ़ टीआरएस के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सीधा अध्यक्ष को इस्तीफा पत्र देना चाहता था लेकिन मैं उनसे मिल नहीं पाया, तो इन परिस्थितियों में मुझे विधानसभा सचिव को अपना इस्तीफा सौंपना पड़ा।’’
14 जून को भगवा पार्टी में शामिल हो सकते हैं
इस्तीफा देने से पहले राजेंद्र ने पत्रकारों से कहा कि उनके कई शुभचिंतकों ने उन्हें इस्तीफा द देने की सलाह दी लेकिन वह अपने निर्वाचन क्षेत्र और तेलंगाना के लोगों के आत्म सम्मान की खातिर ऐसा कर रहे हैं। राजेंद्र के करीबी सूत्रों ने बताया कि वह राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डी की मौजूदगी में 14 जून को भगवा पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
उन्होंने बताया, ‘‘उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेतृत्व से सीधे मुलाकात की थी। आलाकमान ने उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।’’ राजेंद्र के अलावा टीआरएस के कुछ और नेता भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। राजेंद्र को उन शिकायतों के बाद पिछले महीने मंत्रिमंडल से निकाल दिया गया था कि उनके परिवार के सदस्यों के मालिकाना हक वाली कंपनियों ने राज्य में जमीनों पर कब्जा किया हुआ है।