तेलंगाना पथ परिवहन निगम हड़ताल: 48 हजार नौकरियां खतरे में, मजदूर संघ जाएंगे अदालत
By भाषा | Updated: October 7, 2019 12:35 IST2019-10-07T12:35:57+5:302019-10-07T12:35:57+5:30
मजदूर संघ के एक नेता ने सोमवार को यहां कहा कि सरकारी की तरफ से जैसे-जैसे इनकी बर्खास्तगी या निलंबन के लिये कदम उठाया जाएगा, हम अदालत जाएंगे।

तेलंगाना पथ परिवहन निगम हड़ताल: 48 हजार नौकरियां खतरे में, मजदूर संघ जाएंगे अदालत
तेलंगाना राज्य पथ परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) के मजदूर संघों ने कहा है कि वे 48 हजार प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को बर्खास्त करने के राज्य सरकार के फैसले को चुनौती देंगे। मजदूर संघ के एक नेता ने सोमवार को यहां कहा कि सरकारी की तरफ से जैसे-जैसे इनकी बर्खास्तगी या निलंबन के लिये कदम उठाया जाएगा, हम अदालत जाएंगे।
तेलंगाना मजदूर यूनियन के अध्यक्ष ई अश्वत्थामा रेड्डी ने हालांकि स्पष्ट किया कि प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को सरकार या निगम प्रबंधन की तरफ से अभी तक बर्खास्तगी या निलंबन का कोई नोटिस नहीं मिला है। रेड्डी ने पीटीआई को बताया, “...देश में कानून है। हमें नियमों के मुताबिक नियुक्त किया गया है। वे हमें ऐसे ही नहीं हटा सकते।”
उन्होंने कहा, “यहां अदालतें हैं। अगर जरूरी हुआ तो हम अदालत जाएंगे।” उनका यह बयान राज्य सरकार द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल को “अवैध” घोषित किये जाने और सरकार के साथ उनके विलय की मांग को खारिज किये जाने के एक दिन बाद आया है।
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने रविवार को कहा था कि जो कर्मचारी सरकार द्वारा तय समयसीमा (शनिवार शाम छह बजे) तक काम पर नहीं लौटेंगे, उन्हें वापस नहीं लिया जाएगा। हड़ताली कर्मचारी निगम के सरकार में विलय और विभिन्न पदों पर नियुक्ति समेत कुछ अन्य मांगों को लेकर शुक्रवार आधी रात से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।