तेलंगाना की राज्यपाल ने KCR सरकार पर लगाया भेदभाव का आरोप, महिला होने को लेकर ये बात, देखें वीडियो
By मनाली रस्तोगी | Published: September 8, 2022 04:30 PM2022-09-08T16:30:05+5:302022-09-08T16:31:59+5:30
तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन का कहना है कि उच्चतम पद का सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने केसीआर सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया।
हैदराबाद: तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने गुरुवार को कई उदाहरणों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि राज्य की केसीआर सरकार उनके साथ भेदभाव कर रही है क्योंकि वह एक महिला हैं। उन्होंने सरकारी हेलीकॉप्टर न मिलने और गणतंत्र दिवस पर राज्यपाल के अभिभाषण और झंडा फहराने से इनकार का उदाहरण पेश किया।
समाचार एजेंसी एएनआई ने सुंदरराजन का वीडियो साझा किया, जिसमें वो कहती नजर आ रही हैं कि राज्य इतिहास लिखेगा कि कैसे एक महिला राज्यपाल के साथ भेदभाव किया गया। मुझे गणतंत्र दिवस पर राज्यपाल के अभिभाषण और ध्वजारोहण से वंचित कर दिया गया। अब भी मैं जहां भी जाती हूं प्रोटोकॉल का पालन नहीं होता। कार्यालय का सम्मान किया जाना चाहिए।
वहीं, राज्यपाल सुंदरराजन ने राज्य सरकार के साथ अपने समीकरण पर बात करते हुए उस स्थिति को याद किया जब उन्हें मुलुगु जिले में एक आदिवासी उत्सव के लिए जाना था। उन्होंने कहा, "मुझे सम्मक्का सरक्का (जतारा) जाना था, इसलिए सरकार से हेलीकॉप्टर मांगा था क्योंकि सड़क यात्रा में आठ घंटे लगेंगे...आखिरी मिनट तक हमें सूचित नहीं किया गया था कि वे हेलीकॉप्टर देंगे या नहीं। हम अगली सुबह कार से निकले।"
उन्होंने ये भी बताया कि वो बड़ी मुश्किल से इस उत्सव में पहुंच पाईं क्योंकि कार्यक्रम शाम 4 बजे खत्म होना था। सुंदरराजन ने कहा कि मैं यह किसी को इंगित करने के लिए नहीं कह रही हूं। लेकिन सर्वोच्च पद का सम्मान किया जाना चाहिए। यह अकेली घटना नहीं है। मुझे राज्यपाल के अभिभाषण से वंचित कर दिया गया। मुझे गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराने से मना कर दिया गया।
#WATCH | Telangana Gov Tamilisai Soundararajan says, "...The state will write history how a woman Governor was discriminated. I was denied the Governor's Address&the hosting of the flag on Republic Day. Even now wherever I go protocol isn't followed. Office should be respected.." pic.twitter.com/Bb39hXW6Ux
— ANI (@ANI) September 8, 2022
उन्होंने आगे कहा कि अब भी मैं जहां भी जाती हूं, प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन नहीं होता है। कलेक्टर आकर अभिवादन नहीं करते। मुझे परवाह नहीं है, लेकिन कार्यालय का सम्मान किया जाना चाहिए। भेदभाव ने इस महिला को नहीं रोका। मैं पुरुषों से ज्यादा काम करती हूं। मुझे किसी आवंटन या आरक्षण के कारण कुछ नहीं चाहिए क्योंकि मैं एक महिला हूं। लेकिन हम सभी नारीत्व का सम्मान करते हैं।