Assembly Elections 2023: तेलंगाना में बीआरएस उम्मीदवार और सांसद कोठा प्रभाकर रेड्डी को चुनाव प्रचार के दौरान चाकू मारा गया, आरोपी हिरासत में
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: October 30, 2023 03:08 PM2023-10-30T15:08:39+5:302023-10-30T15:16:42+5:30
चुनावों के लिए दुब्बाका से बीआरएस उम्मीदवार कोथा प्रभाकर रेड्डी को सोमवार को दौलताबाद मंडल के सुरमपल्ली गांव में उनके चुनाव अभियान के दौरान एक अज्ञात व्यक्ति ने पेट में चाकू मार दिया।
हैदराबाद: मेडक सांसद और आगामी चुनावों के लिए दुब्बाका से बीआरएस उम्मीदवार कोथा प्रभाकर रेड्डी को सोमवार को दौलताबाद मंडल के सुरमपल्ली गांव में उनके चुनाव अभियान के दौरान एक अज्ञात व्यक्ति ने पेट में चाकू मार दिया। प्रभाकर रेड्डी को गजवेल अस्पताल ले जाया गया है, जहां से उन्हें हैदराबाद स्थानांतरित किए जाने की संभावना है।
#WATCH | Telangana: BRS MP Kotha Prabhakar Reddy was stabbed in the stomach by an unidentified person during his campaign in Siddipet.
— ANI (@ANI) October 30, 2023
MP Kotha Prabhakar Reddy is safe. The incident took place in Surampally village of the Daulatabad mandal. He has been shifted to Gajwel. The… pic.twitter.com/MI0BvbFxDJ
इस बीच हमलावर को भीड़ ने पीटा और पुलिस को सौंप दिया। उसकी पहचान चेप्पयाला विला के राजू के रूप में हुई। वह पहले एक स्थानीय समाचार ऐप के लिए एक रिपोर्टर के रूप में काम करता था और अब एक यूट्यूब चैनल के लिए काम कर रहा था।
घटना की जानकारी मिलने के बाद तेलंगाना के वित्त मंत्री टी हरीश राव ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और गजवेल जा रहे हैं। सिद्दीपेट कमिश्नर एन श्वेता ने बताया है कि सांसद कोठा प्रभाकर रेड्डी सुरक्षित हैं। घटना दौलताबाद मंडल के सुरमपल्ली गांव में हुई। कथित आरोपी हिरासत में है और मामले की जांच की जा रही है।
बता दें कि तेलंगाना में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार अभियान भी जोर शोर से चल रहा है। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसने (कांग्रेस ने) अविभाजित आंध्र प्रदेश में अपने कार्यकाल के दौरान कुछ सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण के दौरान कभी भी तेलंगाना के हितों की रक्षा नहीं की, लेकिन बीआरएस कर्ण के कवच की तरह राज्य की रक्षा करेगी।
लंगाना में 119 विधानसभा सीट के लिए एक चरण में 30 नवंबर को मतदान होगा। परिणाम 3 दिसंबर को आएंगे। ये भी बता दें कि छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की सीमा से लगे तेलंगाना के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित (एलडब्ल्यूई) इलाकों में 500 से अधिक मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे ताकि राज्य में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को बाधित करने की हर कोशिश को नाकाम किया जा सके। स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध कर रहे निर्वाचन अधिकारियों ने कहा कि 119 में से 14 निर्वाचन क्षेत्रों की पहचान वामपंथी उग्रवाद के संदर्भ में संवेदनशील इलाकों के रूप में की गई है।