Tejashwi Yadav Security Arrangements: जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा नहीं, सत्ता परिवर्तन के बाद तेजस्वी की सुरक्षा में बदलाव, भाजपा सांसद रूडी की सुरक्षा बढ़ी
By एस पी सिन्हा | Updated: January 31, 2024 16:20 IST2024-01-31T16:18:44+5:302024-01-31T16:20:38+5:30
Tejashwi Yadav Security Arrangements: सुरक्षा समिति की बैठक के अनुशंसा के आलोक में तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व उप-मुख्यमंत्री, बिहार के संबंध में अद्यतन थ्रेट असेसमेंट रिपोर्ट के आधार पर "जेड प्लस" श्रेणी के स्थान पर मंत्रीगण को देय सुरक्षा प्रदान की जाती है।

file photo
Tejashwi Yadav Security Arrangements: बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद तेजस्वी यादव के उपमुख्यमंत्री पद से हटने के बाद और नेता विरोधी दल होने के नाते सुरक्षा घटा दी गई है। अब इन्हें राज्य सरकार के तरफ से जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा नहीं प्रदान की जाएगी। दरअसल, बिहार सरकार के गृह विभाग के तरफ से जारी अधिसूचना के मुताबिक यह कहा गया है कि राज्य के विशिष्ट व्यक्तियों के सुरक्षा वर्गीकरण हेतु दिनांक 30.01.2024 को राज्य सुरक्षा समिति की सम्पन्न बैठक में की गई। सुरक्षा समिति की बैठक के अनुशंसा के आलोक में तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व उप-मुख्यमंत्री, बिहार के संबंध में अद्यतन थ्रेट असेसमेंट रिपोर्ट के आधार पर "जेड प्लस" श्रेणी के स्थान पर मंत्रीगण को देय सुरक्षा प्रदान की जाती है।
वहीं, एक अन्य पत्र में भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी की सुरक्षा बढ़ाने की अधिसूचना जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि राज्य के विशिष्ट व्यक्तियों के सुरक्षा वर्गीकरण हेतु दिनांक-30.01.2024 को राज्य सुरक्षा समिति की सम्पन्न बैठक के वृत्त में उल्लेख है कि सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी को केन्द्र सरकार द्वारा "जेड" श्रेणी तथा केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) सुरक्षा प्रदत्त है।
राज्य सुरक्षा समिति की सम्पन्न बैठक में की गई अनुशंसा के आलोक में बिहार राज्य में थ्रेट असेसमेंट रिपोर्ट के आधार पर इन्हें "जेड" श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की जाती है। उल्लेखनीय है कि जब सूबे में महागठबंधन की सरकार बनी थी तब तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री बने थे।
उन्हें भी पद संभालने के बाद जेड प्लस स्तर की सुरक्षा दी गई थी। इस श्रेणी की सुरक्षा वीवीआईपी को दी जाती है। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसी स्तर के सुरक्षा घेरे में रहते हैं। इसमें एक दर्जन से अधिक कमांडो उनकी सुरक्षा के लिए हमेशा तैनात होते हैं। ये कमांडो आधुनिक हथियारों से लैस रहते हैं और किसी भी संभावित चुनौती से निपटने की क्षमता रखते हैं।