Bihar Vidhan Sabha में Tejashwi Yadav ने Nitish Kumar पर किए कई निजी हमले
By गुणातीत ओझा | Published: November 27, 2020 08:38 PM2020-11-27T20:38:37+5:302020-11-27T20:52:14+5:30
बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से पक्ष और विपक्ष में टकराव जारी है। आज 17वीं बिहार विधानसभा के पहले सत्र के अंतिम दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान दोनों खेमों में फिर ऐसा देखने को मिला।
बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से पक्ष और विपक्ष में टकराव जारी है। आज 17वीं बिहार विधानसभा के पहले सत्र के अंतिम दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान दोनों खेमों में फिर ऐसा देखने को मिला। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तेजस्वी यादव की टिप्पणी ने सदन को हंगामे के हवाले कर दिया। तेजस्वी ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी अपनी चुनावी सभाओं में लालू के 9 बच्चों की बात करते थे। कहते थे बेटी पर भरोसा नहीं था, बेटा के लिए 9 बच्चे हुए। क्या नीतीश जी को लड़की पैदा होने का डर था?
विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर जदयू के विधायक और पूर्व संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। उसका अनुमोदन भाजपा के विधायक राणा रणधीर सिंह ने किया। इसके बाद जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बोलने का मौका मिला तो उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कई निजी हमले किए। दूसरी तरफ नीतीश कुमार तेजस्वी यादव की बातों को गंभीरता से सुन रहे थे और मुस्कुरा भी रहे थे।
अब बात करते हैं तेजस्वी के बारे में... तेजस्वी के बयान पर जदयू और भाजपा के सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जताई। पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नेता प्रतिपक्ष से संयमित भाषा का इस्तेमाल करने को कहा। उन्होंने कहा कि निजी बातों की बजाय विकास की बातों पर चर्चा करनी चाहिए। विजय सिन्हा के आग्रह के बावजूद तेजस्वी शांत नहीं हुए और लगातार नीतीश कुमार पर निजी हमले करते रहे। सत्ता पक्ष की ओर से हो रही टोका-टोकी से नाराज तेजस्वी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, आप ऐसा करेंगे तो हम सदन चलने देंगे क्या, किसी को भी बोलने का मौका नहीं देंगे।
विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री के खिलाफ की गई निजी टिप्पणियों और असंसदीय शब्दों को कार्यवाही से हटाने का निर्देश दिया। इसके बाद ही सत्ता पक्ष के सदस्य शांत हुए और फिर उसके बाद नेता प्रतिपक्ष का भाषण शुरू हुआ। भोजन अवकाश का समय हो जाने के कारण सभा की कार्यवाही दो बजे दिन तक के लिए स्थगित करते हुए सभाध्यक्ष ने कहा कि जब सभा की कार्यवाही फिर से शुरू होगी तब नेता प्रतिपक्ष अपना भाषण जारी रखेंगे।
इससे पहले सुबह 11 बजे सभा की कार्यवाही शुरू होते ही राजद, कांग्रेस, भाकपा-माले, माकपा और भाकपा के सदस्य कृषि बिल वापस लेने की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गए। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष के आग्रह पर विपक्ष के सदस्य कुछ देर के बाद ही अपनी-अपनी सीटों पर लौट गए।