प्रौद्योगिकी नवाचार राष्ट्रीय विकास की गति को बनाए रखने में महत्वपूर्ण: जरदोश

By भाषा | Published: December 16, 2021 05:52 PM2021-12-16T17:52:38+5:302021-12-16T17:52:38+5:30

Technology innovation important in sustaining the pace of national development: Zardosh | प्रौद्योगिकी नवाचार राष्ट्रीय विकास की गति को बनाए रखने में महत्वपूर्ण: जरदोश

प्रौद्योगिकी नवाचार राष्ट्रीय विकास की गति को बनाए रखने में महत्वपूर्ण: जरदोश

नयी दिल्ली, 16 दिसंबर रेल एवं कपड़ा राज्य मंत्री दर्शना जरदोश ने बृहस्पतिवार को यहां 14 वीं अंतरराष्ट्रीय रेलवे उपकरण प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और कहा कि प्रौद्योगिकी नवाचार राष्ट्रीय विकास की गति को बनाए रखने में महत्वपूर्ण है।

जरदोश ने कहा कि भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा नेटवर्क है। उन्होंने कहा कि यह देश के सामाजिक आर्थिक विकास की जीवन रेखा है और बड़े पैमाने पर औपचारिक एवं अनौपचारिक रोजगार प्रदान करता है।

मंत्री ने उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘रेलवे नये समर्पित फ्रेट कॉरिडोर, हाई स्पीड रेल कॉरिडोर की पहचान करने और रेल डिब्बों एवं लोकोमोटिव की आवश्यकताओं का आकलन करने की प्रक्रिया में है। राष्ट्रीय विकास की गति को बनाए रखने के लिए अनुकूलन और प्रौद्योगिकी नवाचार महत्वपूर्ण है।’’

यह अंतररष्ट्रीय रेलवे उपकरण प्रदर्शनी (आईआरईई), 2021 18 दिसंबर तक चलेगी।

जरदोश ने कहा कि मंत्रालय द्वारा तैयार राष्ट्रीय रेल योजना के तहत 2030 तक रेलवे को भविष्य के लिए तैयार करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि आधुनिक रियायत समझौते के तहत 400 स्टेशनों को पीपीपी (सार्वजनिक-निजी साझेदारी) मॉडल के तहत विकसित किया जाएगा।

मंत्री ने कहा कि रेल मंत्रालय का ध्यान विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन बनाकर यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने पर है। उन्होंने कहा कि भोपाल और गांधीनगर को विश्व स्तरीय स्टेशनों के रूप में विकसित किया गया है और ऐसे और भी स्टेशन बनाये जाएंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘स्वतंत्रता के 75वें वर्ष (आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष) में, राष्ट्रीय रेल योजना में मौजूदा रेलवे परिसंपत्तियों का क्षमता उपयोग, पूरे नेटवर्क का विद्युतीकरण, माल ढुलाई टर्मिनल, समर्पित माल एवं हाई स्पीड रेल कॉरिडोर जैसी कई पहल की भी परिकल्पना की गई है।’’

जरदोश ने अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ हरित स्टेशनों पर एक कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया।

कन्फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआईआई) के दीपांकर घोष ने कहा कि यह एशिया की सबसे बड़ी प्रदर्शनी है जिसमें लगभग 200 कंपनियां भाग ले रही हैं। उन्होंने कहा कि आईआरईई 2021 में विभिन्न देशों- मुख्य रूप से ऑस्ट्रिया, चेक गणराज्य, जापान, जर्मनी, फ्रांस, स्विटजरलैंड सहित अन्य देशों की भागीदारी देखी जा रही है।

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