दलितों पर हमले के खिलाफ कार्रवाई पर तेदेपा ने श्वेत पत्र की मांग की
By भाषा | Updated: August 11, 2021 19:32 IST2021-08-11T19:32:38+5:302021-08-11T19:32:38+5:30

दलितों पर हमले के खिलाफ कार्रवाई पर तेदेपा ने श्वेत पत्र की मांग की
अमरावती, 11 अगस्त आंध्र प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल तेलुगू देशम पार्टी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक से पिछले दो वर्षों में दलितों पर हमले के अपराधियों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर एक श्वेत पत्र जारी करने का आग्रह किया है।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, तेदेपा महिला शाखा की अध्यक्ष वंगलपुडी अनीता ने सवाल किया कि मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी राज्य में दलितों पर बढ़ते हमलों को रोकने में असमर्थ क्यों हैं।
दलित नेता और पूर्व विधायक अनीता ने पूछा, "हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? मुख्यमंत्री हमलों को रोकने में असमर्थ क्यों हैं? क्या डीजीपी इस मुद्दे पर श्वेत पत्र लेकर आ सकते हैं।"
उन्होंने दलितों पर 'अत्याचार' के खिलाफ तेदेपा द्वारा मंगलवार को एक विरोध रैली आयोजित करने की अनुमति देने से इनकार किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई।
अनीता ने आश्चर्य जताया, "जगन सरकार कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के बजाय शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस बल का इस्तेमाल कर रहा है। शांतिपूर्ण रैली को रोककर, क्या मुख्यमंत्री दलितों पर हमलों का समर्थन कर रहे हैं? क्या सरकार इतनी असहाय हो गई है।"
तेदेपा नेता ने सवाल किया कि जब पुलिस कोविड-19 प्रतिबंधों का हवाला देते हुए विपक्षी दलों को विरोध प्रदर्शन करने से रोक रही है, तो सत्ताधारी पार्टी के नेताओं को जनसभाएं, रैलियां और जन्मदिन पार्टियों का आयोजन करने की अनुमति कैसे दी जा रही है।
उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार विरोध रैली को तो रोक सकती है लेकिन अगले चुनावों में दलित प्रतिरोध को नहीं रोक सकती।
अनीता ने कहा, "जितना अधिक आप दबाने की कोशिश करेंगे, उतना ही तेदेपा दलितों को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करेगी।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।