वन्यजीव प्रबंधन के लिए टीएटीआर को मिली 104 एकड़ निजी जमीन
By भाषा | Published: July 30, 2021 08:26 PM2021-07-30T20:26:44+5:302021-07-30T20:26:44+5:30
नागपुर, 30 जुलाई महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में तडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व (टीएटीआर) द्वारा वन्यजीव प्रबंधन के लिए ‘‘सामुदायिक प्रकृति संरक्षण’’ समझौते के तहत कुल 104 एकड़ की निजी भूमि का उपयोग किया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि समझौते के तहत, इन जमीनों के मालिक, जिनके मालिकाना हक बरकरार रहेंगे, उन्हें पांच हजार रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा मिलेगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे इस पर खेती न करें और इसके नुकसान की भरपाई कर सके।
टीएटीआर के फील्ड निदेशक डॉ जितेंद्र रामगांवकर ने कहा, ‘‘चंद्रपुर के मुधोली गांव में जिस 104 एकड़ भूमि की पहचान की गई है वह बाघों की आवाजाही के लिए एक प्रमुख गलियारे का हिस्सा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सामुदायिक प्रकृति संरक्षण समझौते में उन लोगों को मुआवजा देने का प्रावधान है जिनके पास कृषि भूखंड हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग अपनी जमीन वन्यजीव प्रबंधन के लिए बिना स्वामित्व में बदलाव के उपलब्ध कराते हैं, उन्हें पांच हजार रुपये प्रति एकड़ का वार्षिक मुआवजा दिया जाएगा। भूमि का उपयोग वन्यजीवों के मुक्त आवागमन के लिए किया जाएगा। समझौता पांच साल की अवधि के लिए है।
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