पश्चिम बंगाल में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं का हुआ 'तर्पण', जेपी नड्डा और कैलाश विजयवर्गीय रहे मौजूद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 28, 2019 11:54 AM2019-09-28T11:54:24+5:302019-09-28T11:54:24+5:30
पिछले कुछ वर्षों में 'बीजेपी ने राज्य में अपनी पैठ बनाई है। भाजपा के राज्य महासचिव सयानतन बसु ने कहा, 'महालय पर 80 भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए बाघबाजार घाट में तर्पण का आयोजन किया गया है।
बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ वर्षों में राजनीतिक हिंसा में 'जान गंवाने वाले' 'बीजेपी के 80 कार्यकर्ताओं' का शनिवार को 'तर्पण किया । ‘तर्पण’ पितृ पक्ष में की जाने वाली एक ऐसी रस्म है जिसमें पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए उन्हें जल आर्पित किया जाता है। इस दौरान बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्ड और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय मौजूद थे।
'बीजेपी सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि इससे बीजेपी राज्य में व्यापक स्तर पर राजनीतिक हिंसा के मुद्दे को उजागर कर रही है। पिछले कुछ वर्षों में 'बीजेपी ने राज्य में अपनी पैठ बनाई है। भाजपा के राज्य महासचिव सयानतन बसु ने कहा, 'महालय पर 80 भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए बाघबाजार घाट में तर्पण का आयोजन किया गया है। दिवंगत भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवार के सदस्य और पार्टी के वरिष्ठ नेता भी इस दौरान मौजूद रहेंगे।'
Kolkata: BJP Working Pres JP Nadda, BJP National General Secretary Kailash Vijayvargiya & party's state Pres Dilip Ghosh at a ceremony to perform 'tarpan'(ritual of paying homage to ancestors) for party workers killed in political violence in the state. pic.twitter.com/fvWiDEFBB5
— ANI (@ANI) September 28, 2019
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के विकल्प के तौर पर उभर कर आई है। बीजेपी ने राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 18 पर जीत दर्ज की जो कि तृणमूल कांग्रेस से सिर्फ चार सीटें कम है।
क्या है महालय?
अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के साथ ही आज (28 सितंबर को) पितृपक्ष का समापन हो जाएगा। पश्चिम बंगाल में इसे "महालया अमावस्या" कहा जाता है। इस दिन एक तरफ जहां पितर पक्ष का समापन और नवरात्र की शुरूआत होने वाली होती है। इस दिन पितरों को विदा करने का दिन है। ऐसा माना जाता है कि महालया में मां दुर्गा ने असुरों का सर्वनाश किया था। इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि इस दिन मां पार्वती कैलाश छोड़कर अपने पुत्रों गणेश और कार्तिकेय से मिलने आती हैं।