तमिलनाडु: भारी बारिश की वजह से बंद रहेंगे छह जिलों के सभी स्कूल-कॉलेज, अगले 48 घंटे राहत का अनुमान नहीं
By अभिषेक पाण्डेय | Published: October 30, 2019 08:41 AM2019-10-30T08:41:55+5:302019-10-30T08:49:37+5:30
Tamil Nadu: तमिलनाडु में भारी बारिश की वजह से बुधवार को राज्य के छह जिलों के सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे, राज्य में अगले 48 घंटे भारी बारिश का अनुमान
तमिलनाडु में भारी बारिश की वजह से राज्य के छह जिलों के सभी स्कूल और कॉलेज आज (बुधवार) यानी 30 अक्टूबर को बंद रहेंगे। इन जिलों में तिरुनेलवेली, तूतीकोरीन, थेनी, विरुधुननगर, वेल्लोर और रामनाथपुरम शामिल हैं।
तमिलनाडु में पिछले कई दिनों से जारी भारी बारिश की वजह से इससे पहले 21 और 22 अक्टूबर को भी रामनाथपुरम जिले के स्कूल बंद किए गए थे।
Tamil Nadu: All schools and colleges to remain closed in six districts (Tirunelveli, Tuticorin, Theni, Virudhunagar, Vellore and Ramanathapuram), due to heavy rainfall.
— ANI (@ANI) October 30, 2019
तमिलनाडु में अगले 48 घंटों के दौरान भारी बारिश का खतरा
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के दौरान तमिलनाडु और उसके आसपास के इलाकों में भारी वर्षा की संभावना जताई है। इसके मुताबिक इस दौरान कन्याकुमारी, मदुरै समेत राज्य के 16 जिलों में भारी बारिश की संभावना है।
पिछले 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु के कई इलाकों में मध्यम से भारी बारिश हुई है। इस दौरान दक्षिण के राज्यों में उत्तरी कर्नाटक, केरल और तटीय आंध्र प्रदेश में भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
तमिलनाडु में क्यों हो रही है भारी बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक श्रीलंका तट से कुछ ही दूर पर एक कम दबाव वाला क्षेत्र तीव्रता से दबाव में परिवर्तित होकर केरल तट की ओर बढ़ रहा है जिससे तमिलनाडु में आने वाले 48 घंटों के दौरान तेज बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग का कहना है कि ये कम दबाव तीव्र से तीव्र होकर केरल और लक्षद्वीप की ओर बढ़ रहा है। कम दबाव तेज हवाओं को तमिलनाडु की तरफ मोड़ने की वजह बन रहा है, जो नमी को खींच रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार अक्टूबर में दक्षिण के राज्यों समेत देश के कई हिस्सों में सामान्य से काफी अधिक बारिश हुई है। 1 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक देश भर में सामान्य से 41 फीसदी ज्यादा वर्षा हुई है।
इस दौरान दक्षिण भारत के राज्य बारिश से खासे प्रभावित रहे हैं। खासतौर पर बारिश का असर कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और लक्षद्वीप पर सर्वाधिक रहा है।