राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने का फैसला वापस हो: सिद्धरमैया ने कर्नाटक सरकार से कहा
By भाषा | Published: September 3, 2021 06:08 PM2021-09-03T18:08:15+5:302021-09-03T18:08:15+5:30
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सिद्धरमैया ने शुक्रवार को राज्य सरकार से आग्रह किया कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के फैसले को वापस लिया जाए। सिद्धरमैया ने दावा किया कि नयी शिक्षा नीति के पीछे मकसद छात्रों में शिक्षा के माध्यम से सांप्रदायिकता की भावना को भरना है और यह शिक्षा तथा विश्वविद्यालयों को लेकर राज्यों की स्वायत्तता में भी हस्तक्षेप करती है। पूर्व मुख्यमंत्री नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के बारे में उच्च शिक्षा मंत्री सी एन अश्वत्थ नारायण के कार्यालय से भेजे गये एक पत्र पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। इस पत्र में सिद्धरमैया से इस विषय पर चर्चा करने के लिए समय मांगा गया है। सिद्धरमैया ने नारायण को लिखे पत्र में कहा, ‘‘गौर करने की बात है कि सरकार पहले ही उक्त नीति को मौजूदा शिक्षण सत्र से लागू करने का फैसला कर चुकी है। उसने छात्रों, शिक्षकों, शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों या विपक्ष से कोई बात नहीं की है। क्रियान्वयन शुरू करने के बाद अब चर्चा करने की बात करना सही नहीं है।
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