‘बंगाल के बाहर से आये पर्यटकों’ के कृत्यों से टैगोर के अनुयायियों की भावनाएं आहत :तृणमूल कांग्रेस
By भाषा | Updated: December 26, 2020 20:07 IST2020-12-26T20:07:51+5:302020-12-26T20:07:51+5:30

‘बंगाल के बाहर से आये पर्यटकों’ के कृत्यों से टैगोर के अनुयायियों की भावनाएं आहत :तृणमूल कांग्रेस
कोलकाता, 26 दिसंबर तृणमूल कांग्रेस ने किसी भाजपा नेता का नाम लिये बगैर शनिवार को दावा किया कि पश्चिम बंगाल के बाहर के कुछ ‘पर्यटक‘ रबींद्रनाथ टैगोर से जुड़े स्थानों पर आ रहे हैं और ऐसे कृत्य कर रहे हैं जिनसे गुरुदेव के अनुयायियों की भावनाएं आहत हो रही हैं।
बारासात से तृणमूल कांग्रेस सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने यहां पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता में कहा कि पार्टी भाजपा नेताओं के ऐसे कृत्यों के खिलाफ पुरजोर प्रदर्शन करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ पर्यटक राज्य में और विश्व-भारती जैसे स्थानों पर आ रहे हैं जिन्हें बंगाल की संस्कृति का पता नहीं है। हाल ही में एक ऐसे शख्स तो रबींद्र भवन के दौरे पर आए और टैगोर की कुर्सी पर ही बैठ गए। उनके मन में इतिहास, धरोहरों और परंपराओं के लिए कोई सम्मान नहीं है।’’
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अनुपम हाजरा ने ‘पीटीआई भाषा’ से बातचीत में इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ममता बनर्जी ने पर्यटक और बाहरी के विचार को जन्म दिया है और तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल का रास्ता तैयार करने में श्यामा प्रसाद मुखर्जी की भूमिका को भुला दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह पिछले सप्ताह विश्व-भारती गये थे और रबींद्र भवन तथा उपासना गृह जैसे ऐतिहासिक भवनों में भी गये।
सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरें थीं कि केंद्रीय मंत्री के शांतिनिकेतन दौरे के लिए घंटा घर को उतार लिया गया था और आरोप लगे कि शाह यहां टैगोर की कुर्सी पर बैठ गये थे।
हालांकि विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की।
दस्तीदार ने कहा, ‘‘यह बात दिमाग में रखनी चाहिए कि गुरुदेव की कुर्सी पर बैठकर कोई टैगोर नहीं बन सकता। हम ऐसे आचरण के खिलाफ पुरजोर प्रदर्शन करेंगे।’’
भाजपा महिला मोर्चा की एक नेता ने कहा कि दस्तीदार पश्चिम बंगाल की वास्तविक स्थिति को छिपा रही हैं जहां हर रोज महिलाओं पर हमले हो रहे हैं।
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