स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर दी 'हिंदू' विवाद को हवा, बोले- "मोहन भागवत भी कह चुके हैं 'हिंदू' कोई धर्म नहीं है"

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 26, 2023 09:52 AM2023-12-26T09:52:15+5:302023-12-26T09:56:03+5:30

सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर 'हिंदू' विवाद को हवा देते हुए दोहराया कि 'हिंदू' एक धोखा है।

Swami Prasad Maurya again fueled the 'Hindu' controversy, said - "Mohan Bhagwat has also said that 'Hindu' is not a religion" | स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर दी 'हिंदू' विवाद को हवा, बोले- "मोहन भागवत भी कह चुके हैं 'हिंदू' कोई धर्म नहीं है"

फाइल फोटो

Highlightsस्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर 'हिंदू' विवाद को हवा देते हुए दोहराया कि 'हिंदू' एक धोखा हैमौर्य ने विवादित टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा कि मोदी, भागवत और गड़करी भी ऐसा कह चुके हैंस्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि हिंदू धर्म महज कुछ लोगों के लिए एक व्यवसाय भर है

नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और अपने विवादास्पद बयानों के कारण अक्सर खबरों की सुर्खियों में रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर 'हिंदू' विवाद को हवा देते हुए दोहराया कि 'हिंदू' एक धोखा है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपनी विवादित टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा कि ऐसा मैं अकेले नहीं कह रहा हूं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी वही बात कह चुके हैं।

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीते सोमवार को दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय बौद्ध और बहुजन अधिकार सम्मेलन में बोलते हुए कहा, "साल 1955 में सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं बल्कि एक जीवन पद्धति है। यह 200 से ज्यादा धर्मों का समूह है। यहां तक ​​कि संघ प्रमुख मोहन भागवत भी एक नहीं बल्कि दो बार कह चुके हैं कि हिंदू कोई धर्म नहीं है लेकिन यह जीवन जीने का एक तरीका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि हिंदू कोई धर्म नहीं है। यहां तक ​​कि नितिन गडकरी ने भी एक मीडिया कॉन्क्लेव में यही बात कही थी।''

इसके साथ ही सपा नेता मौर्य ने सवाल किया कि जब भी वे हिंदू धर्म पर वही बात कहते हैं, जो उन्होंने पहले कही थी तो किसी की भावनाएं क्यों नहीं आहत होती हैं।

उन्होंने कहा, "जब दूसरे ऐसा कहते हैं तो किसी की भावना आहत नहीं होती लेकिन जब स्वामी प्रसाद मौर्य कहता है कि हिंदू कोई धर्म नहीं बल्कि विश्वासघात है और जिसे हम हिंदू धर्म कहते हैं वह कुछ लोगों के लिए एक व्यवसाय भर है तो उससे पूरे देश में तूफान आ जाता है।"

सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, "जब सुप्रीम कोर्ट ने साल 1955 में यही बात कही थी तो किसी ने बुरा नहीं माना था। लेकिन जब स्वामी प्रसाद मौर्य कहते हैं तो पूरे देश में एफआईआर दर्ज हो जाती हैं। मैं वही बात कह रहा हूं जो भारतीय संविधान कह रहा है।"

उन्होंने कहाकि हिंदू उच्च वर्ग सत्ता में आने के लिए बहुजन वोट बैंक का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ऐसा करने के बाद वे उनके लिए तय किये गये आरक्षण को रद्द कर देते हैं।

मौर्य ने कहा, "ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य कुल मिलाकर आठ प्रतिशत आबादी बनाते हैं। ये आठ प्रतिशत अपने दम पर सरकार नहीं बना सकते हैं। इन्होंने पिछड़े वर्गों का शोषण किया है और हिंदू के नाम पर वोट लेकर सरकार बनाई। हम हिंदू हैं लेकिन सरकार बनने के बाद हम हिंदू नहीं रहे। अगर ऐसा होता तो उन्होंने कभी भी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति या पिछड़ी जाति का आरक्षण रद्द नहीं किया होता।''

समाजवादी एमएलसी मौर्य ने कहा, "सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोग आरक्षण खत्म कर लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं। जो लोग संविधान की शपथ लेते हैं, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जैसे सत्ता के शीर्ष पर हैं, वे मनुवाद को प्राथमिकता दे रहे हैं। संविधान को अप्रभावी बनाया जा रहा है। आरक्षण को खत्म किया जा रहा है। यहां तक ​​कि लोकतंत्र को भी कमजोर किया जा रहा है।"

उन्होंने कहा, "लगभग 150 सांसदों को संसद से अयोग्य घोषित कर दिया गया। क्या यह लोकतंत्र के खिलाफ साजिश नहीं है? क्या सरकार लोगों पर अपनी बात नहीं थोप रही है?''

मालूम हो कि हिंदू काव्य 'रामचरितमानस' पर अपनी टिप्पणी से बड़ा विवाद खड़ा करके सुर्खियों में आए स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीते अगस्त में कहा था कि हिंदू धर्म एक "विश्वासघात" है।

उन्होंने कहा था, "ब्राह्मणवाद की जड़ें बहुत गहरी हैं और सारी असमानता का कारण भी ब्राह्मणवाद ही है। हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है, हिंदू धर्म सिर्फ एक धोखा है। एक साजिश है। ब्राह्मण धर्म को हिंदू धर्म बताकर इस देश के दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों को फंसाओ।”

Web Title: Swami Prasad Maurya again fueled the 'Hindu' controversy, said - "Mohan Bhagwat has also said that 'Hindu' is not a religion"

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे