भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की कद्दावर नेता और मोदी सरकार में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार (20 नवंबर) को बड़ी घोषणा की है। उन्होंने ऐलान करते हुए कहा कि वह आने वाला यानि 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने यह बात मध्य प्रदेश के इंदौर में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही है। हालांकि इसके पीछे की वजह उन्होंने अपना स्वास्थ्य संबंधी कारण बताया है। बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी स्वराज को राज्यसभा भी भेज सकती है। वहीं, सियासी गलियारों में यह भी चर्चा है कि सुषमा स्वराज की मोदी सरकार में बतौर विदेश मंत्री रहते हुए अनदेखी की जा रही है, जिसकी वहज से वह नाराज चल रही हैं, लेकिन केंद्रीय मंत्री स्वराज ने अपनी सेहत सही नहीं रहने का हवाला देकर 2019 का चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया। उल्लेखनीय है कि स्वराज की लंबे समय तबीयत ठीक नहीं चल रही है और उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती भी कराया गया है।आपको बता दें, साल 2014 में सुषमा स्वराज को केंद्र में बीजेपी की सरकार आने के बाद विदेश मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया था, जिसके बाद वह भारत की पहली महिला विदेश मंत्री बनी थीं। हालांकि इसके पहले इंदिरा गांधी दो बार कार्यवाहक विदेश मंत्री रह चुकी थीं। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री सुषमा दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री और देश में किसी राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता भी रही हैं।सुषमा मौजूदा समय में मध्य प्रदेश की विदिशा सीट से लोकसभा की सदस्य हैं। उनका जन्म 14 फरवरी 1952 अम्बाला में हुआ था और उनका विवाह 1975 में स्वराज कौशल के साथ में हुआ। वे साल 2009 में संसद में विपक्ष की नेता चुनी गई थीं। साथ ही साथ 2009 में लोकसभा चुनावों के लिये बीजेपी के 19 सदस्यीय चुनाव-प्रचार-समिति की अध्यक्ष भी रहीं थीं।