पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता राज वाले बयान पर सियासत गर्मायी हुई है। पूर्व उप मुख्यमंत्री व भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कानून-व्यवस्था की पोल खोलते हुए कहा कि पीरबहोर थाना में राजद समर्थक घुसकर डीएसपी से मारपीट करते हैं। पूर्व विधान पार्षद लालू का कबाब मंत्री अनवर अहमद को थाने से छोड़ देती है, क्या यही जनता राज है? मोदी ने इस पूरे मामले में नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो राजद के पूर्व विधान पार्षद अनवर अहमद को गिरफ्तार करके दिखाएं?
सुशील मोदी ने वीडियो जारी कर कहा है कि पिछले दो दिनों से राजधानी पटना के पीरबहोर इलाके को सब्जीबाग के लोगों ने घेरकर रखा है। पीरबहोर पुलिस ने कुछ अपराधियों को गिरफ्तार किया तो भीड़ ने अपराधी को छुड़ा लिया और पुलिसकर्मी पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। वहीं, कल अनवर अहमद खुद थाने जाकर पुलिस के साथ गाली गलौज किया। कुछ देर बाद उनके बेटा अशफर अहमद भी थाने पहुंच गए और पुलिस को धमकी दी कि तुम्हारी वर्दी उतरवा दूंगा। पुलिस भी इतना डर गई कि अनवर अहमद को छोड़ दिया। वो बोलते हैं जनता का राज है।
यहां एक डीएसपी को वर्दी उतरवाने की धमकी दी जाती है। लेकिन इन सबके बाद भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। नीतीश सरकार की पुलिस इन घटनाओं के बाद इतनी डरी हुई है कि वह लालू प्रसाद के काले धन को सफेद करने वाले अनवर अहमद को यूं ही छोड़ देती है। वहीं, लोग थाने में फिर हमला न करें, इसलिए उनके बेटे को दूसरे थाने में भेज दिया गया। सुशील मोदी ने कहा कि वर्तमान में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद राजद के अपराधिक प्रवृति के लोगों के हौसले बढ़ गए है। जिसके कारण कभी माइनिंग इंस्पेक्टर को मारने की धमकी दी जा रही है।
कभी राजद नेता थाने में घुसकर मारपीट कर कर रहे हैं। लेकिन नीतीश कुमार की मजबूरी है कि वह राजद के इस गुंडागर्दी को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के मुताबिक बिहार में जनता का राज है। बिहार के पूर्व कानून मंत्री फरार हैं। क्या ये जनता का राज है?