राफेल विमान सौदे पर सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिलने के बाद कांग्रेस पार्टी पर मोदी सरकार हमलावर हो गई है। शुक्रवार को पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उसके बाद रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला। जेटली ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर एक व्यक्ति ने मनगढंत कहानी लिखी। उन्होंने कहा कि हम सदन में चर्चा के लिए तैयार हैं। निर्मला सीतारमण ने राफेल विमान सौदे पर उठाए जा रहे तीन सवालों पर सफाई पेश की।
सरकार की प्रेस कॉन्फ्रेंस की प्रमुख बातेंः-
- वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, 'सिर्फ एक आदमी ने तय कर लिया कि ऐसा-ऐसा हुआ होगा। क्या राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर फिक्शन राइटिंग चल रही थी।'
- वित्त मंत्री ने कहा कि राफेल विमान की कीमतों को लेकर सिर्फ राजनेता ही नहीं बल्कि कुछ अन्य लोग भी टिप्पणियां करने लगे थे। सरकार ने कुछ नहीं छिपाया। बेसिक विमान की कीमत संसद में बता दी गई। वेपनरी विमान की कीमत हमने सीलबंद लिफाफे में कोर्ट को सौंपी। कोर्ट ने भी माना कि हमने देख लिया है।
- अरुण जेटली ने कहा कि यह आरोप बिल्कुल गलत है कि किसी विशेष व्यावसायिक लोगों का लाभ कराने के लिए यह दिया गया। जिस ऑफसेट प्रक्रिया से भारत सरकार का कोई लेना-देना नहीं है। राफेल डील के जरिए राष्ट्र की सुरक्षा और आर्थिक हितों की भी रक्षा की गई है।
- जेपीसी से जांच कराने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वहां जांच नहीं हो सकती। समिति में लोग पार्टी लाइन पर बंट जाएंगे।
इससे पहले राफेल विमान सौदे की जांच से जुड़ी सभी याचिकाओं को खारिज किए जाने के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने राहुल गांधी से राफेल से जुड़े सीधे सवाल किए और कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने फायदे के लिए झूठ का सहारा लिया।
अमित शाह ने कहा, 'आज सत्य की जीत हुई है। देश को गुमराह करने का इतना बड़ा प्रयास कभी नहीं किया गया। कांग्रेस पार्टी ने अपने फायदे के लिए झूठ का सहारा लिया। सुप्रीम कोर्ट का आज का फैसला कांग्रेस पार्टी के मुंह पर तमाचा है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने साबित कर दिया है कि झूठ के पैर नहीं होते।'
उन्होंने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई चार याचिकाओं में मुख्य रूप से तीन सवाल उठाए गए थे। तीनों मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट ने बहुत स्पष्टता पूर्वक अपना आदेश सुना दिया है। कोर्ट ने असंदिग्ध रूप से संतुष्टि व्यक्ति की है। सुप्रीम कोर्ट ने इसकी जांच की मांग को ठुकरा दिया है।'
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने फ्रांस से 36 राफेल विमानों की खरीद के मामले में शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार को क्लीन चिट दे दी। शीर्ष अदालत ने कहा कि हमें फ्रांस से 36 राफेल विमानों की खरीद की प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का कोई कारण नजर नहीं आता है। सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही जहां विपक्ष के कुछ सदस्य अपनी अपनी मांगों को लेकर आसन के पास आकर नारेबाजी कर रहे थे, वहीं भाजपा के सदस्य भी शीर्ष अदालत के फैसले की पृष्ठभूमि में आक्रामक दिखे। भाजपा सदस्य ‘राहुल गांधी माफी मांगो’ के नारे लगा रहे थे।