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Supreme Court SC and ST: मांझी और चिराग में ठनी, पूर्व सीएम बोले- भुइयां, मुसहर, डोम, मेहतर जाति में कितने आईएएस, आईपीएस और चीफ इंजीनियर हैं?

By एस पी सिन्हा | Updated: August 5, 2024 17:02 IST

Supreme Court sub-classification SC and ST: जीतन राम मांझी ने कहा कि जो लोग आज क्षोभ व्यक्त कर रहे हैं, उन चार जातियों के लोग ही आरक्षण का लाभ ले रहे हैं।

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ठळक मुद्देशेड्यूल कास्ट का हक 76 वर्ष से तो वह लोग लेते ही रहे हैं। भुइया मेहतर यह सब का साक्षरता दर 15 प्रतिशत नीचे है। हम लोग आगामी कई राज्यों में विधानसभा चुनाव में लड़ेंगे।

Supreme Court sub-classification SC and ST: एससी/एसटी में आरक्षण के भीतर आरक्षण के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर एनडीए के दो घटक दल आमने-सामने हो गए हैं। लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष एवं केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान ने जहां सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाया है, वहीं हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा(हम) के संरक्षक एवं केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए चिराग पासवान को स्वार्थी बता दिया है। उन्होंने कहा कि भुइयां, मुसहर, डोम, मेहतर जाति के जो लोग हैं, उनमें से कितने आईएएस, आईपीएस, इंजीनियर और चीफ इंजीनियर हैं?

जीतन राम मांझी ने कहा कि जो लोग आज क्षोभ व्यक्त कर रहे हैं, उन चार जातियों के लोग ही आरक्षण का लाभ ले रहे हैं। इसका मतलब है कि शेड्यूल कास्ट का हक 76 वर्ष से तो वह लोग लेते ही रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये कहां का न्याय है जो आदमी बढ़ गया है, वह सिर्फ बढ़ता रहे और जो आदमी पीछे है, उसका केयर नहीं किया जाए। जो अमीर हो गए हैं वो और अमीर होते जा रहे हैं।

और जो गरीब है वो और गरीब होते जा रहा है। मांझी ने कहा कि वो हर हालत में सुप्रीम कोर्ट में जो आदेश है, इसका स्वागत करते हैं। यह फैसला 10 साल पहले आना चाहिए था। आज स्थिति है साक्षरता सबसे नीचे होने का शेड्यूल कास्ट का साक्षरता दर 30 प्रतिशत है। उसमें भुइया मेहतर यह सब का साक्षरता दर 15 प्रतिशत नीचे है।

जिसका 30 प्रतिशत से ऊपर का साक्षरता है, उसको सुविधा मिलनी चाहिए लेकिन जिसकी साक्षरता 7-8 प्रतिशत है तो उसको ज्यादा मिलना चाहिए। मांझी ने कहा कि इसलिए कोर्ट ने जो आदेश दिया, उसको बढ़ाने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। वहीं, डीएमके नेता के द्वारा भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल खड़े किए जाने पर जीतन राम मांझी ने कहा कि किसी के आस्था के खिलाफ बातें नहीं करनी चाहिए।

भारत में तो मिट्टी और कंकड़ पत्थर को भी भगवान मानते हैं, इसलिए लोगों को इसका खास ख्याल रखना चाहिए। आस्था से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। वहीं विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल अपनी तैयारी में लगे हुए हैं। जिसको लेकर मांझी ने कहा कि स्वाभाविक है कि लोग अपने-अपने तैयारी करेंगे। हम पार्टी का भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक रांची में हुई और बहुत बढ़िया, अच्छी बैठक हुई। हम लोग आगामी कई राज्यों में विधानसभा चुनाव में लड़ेंगे।

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