दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो रहा है। राजधानी में स्वास्थ्य आपातकाल लगा दिया गया है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम और नियंत्रण) प्राधिकरण की रिपोर्ट पर 4 नवंबर को विचार करने का फैसला किया है। इसके अलावा दूसरे राज्यों में पराली जलाने से बढ़ने वाले प्रदूषण संबंधी मामले पर भी जस्टिस अरुण मिश्रा की खंडपीठ सुनवाई करेगी।
आपको बता दें कि दिल्ली के प्रदूषण में शुक्रवार को पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने से निकले धुएं की हिस्सेदारी 46 प्रतिशत तक पहुंच गयी। यह इस साल का सर्वाधिक स्तर है जब राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता का स्तर और गिर गया है।
प्रदूषण का स्तर अत्यधिक गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है, ऐसे में उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर काम कर रहे पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम और नियंत्रण) प्राधिकरण ने शुक्रवार को दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है। इसी के साथ ही निर्माण गतिविधियों पर पांच नवंबर तक रोक लगा दी है।
शनिवार (2 नवंबर) की सुबह का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) इस प्रकार हैः-
दिल्ली का औसत- 480लोधी रोड- 477मथुरा रोड- 517चांदनी चौक- 480IIT दिल्ली- 518नोएडा- 578गुरूग्राम-585