कोलकाता/भुवनेश्वर/नई दिल्लीः पीएम नरेंद्र मोदी ने चक्रवात से प्रभावित पश्चिम बंगाल को एक हजार करोड़, ओडिशा के लिए 500 करोड़ रुपये की अग्रिम आर्थिक सहायता की शुक्रवार को घोषणा की।
मोदी ने चक्रवात ‘अम्फान’ से प्रभावित इलाकों के हवाई सर्वेक्षण और ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ समीक्षा बैठक के बाद यह घोषणा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मिलने के बाद दीर्घकालिक पुनर्वास उपायों के लिए आगे की सहायता दी जाएगी।
इन नेताओं ने करीब डेढ़ घंटे तक जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, जाजपुर और मयूरभंज जिलों का हवाई मुआयना किया। यहां बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा परिसर में हुई समीक्षा बैठक में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और प्रताप सारंगी भी उपस्थित थे। मोदी ने कहा कि ओडिशा सरकार ने अग्रिम तैयारी कर जिंदगियां बचाईं।
इस चक्रवात ने पश्चिम बंगाल की तरफ बढ़ते हुए कृषि क्षेत्र के अलावा घरों, बिजली एवं अवसंचरना को नुकसान पहुंचाया है। जिंदगियां बचाने के लिए ओडिशा के लोगों, प्रशासन और मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह आपदा राज्य के समक्ष गंभीर चुनौती लेकर आई है क्योंकि यह ऐसे समय में आई है जब हर कोई कोविड-19 के खिलाफ भयानक जंग में उलझा हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने चक्रवात प्रभावित बंगाल के लिए 1,000 करोड़ रुपये की अंतरिम राहत की घोषणा की
चक्रवाती तूफान के चलते राज्य में कम से कम 77 लोगों की जान चली गई और राजधानी कोलकाता समेत कई दक्षिणी जिले तबाह हो गए हैं। मोदी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ चक्रवात से प्रभावित कुछ इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट में धनखड़, बनर्जी और राज्य के शीर्ष अधिकारियों के साथ आधिकारिक बैठक में स्थिति की समीक्षा में मोदी ने प्रत्येक मृतक के परिवार को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा भी की।
कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटते हुए भी प्राकृतिक आपदा का सामना करने के लिए राज्य प्रशासन को प्रेरित करने के बनर्जी के प्रयासों की सराहना करते हुए मोदी ने कहा कि पूरा देश पश्चिम बंगाल के साथ खड़ा है जहां सरकार द्वारा कदम उठाए जाने के बावजूद करीब 80 लोगों की जान चली गई मोदी ने वीडियो संदेश में कहा, ‘‘ मैं राज्य को 1,000 करोड़ रुपये की अग्रिम मदद देने की घोषणा करता हूं। घरों के अलावा कृषि, बिजली और अन्य क्षेत्रों को पहुंचे नुकसान का विस्तृत आकलन किया जाएगा।’’ उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना, पूर्व एवं पश्चिम मिदनापुर, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों में अवसंरचना, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने कहा, ‘‘ संकट और निराशा के इस समय में पूरा देश और केन्द्र बंगाल के लोगों के साथ है।’’ मोदी ने कहा कि राज्य में नुकसान के पैमाने के आकलन के लिए केंद्र एक टीम तैनात करेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र बर्बाद एवं क्षतिग्रस्त ढांचों के पुनर्निमाण और लोगों को राहत देने के लिए संकट के इस समय में राज्य सरकार के साथ करीब से काम करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, “कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के लिए सामाजिक दूरी बनाने की जरूरत है जबकि चक्रवात से लड़ने के लिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की।”
उन्होंने इस बात को माना कि चक्रवात के बाद राहत शिविरों में लोगों की बड़ी संख्या में मौजूदगी कोविड-19 वैश्विक महामारी को रोकने के प्रयासों को विफल कर सकती है। मोदी ने कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल संकट का अच्छे से सामना कर रहा है। उन्होंने कहा, “इस प्रतिकूल समय में हम सब पश्चिम बंगाल के साथ हैं।” केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, देबश्री चौधरी, प्रताप चंद्र सारंगी और धर्मेंद्र प्रधान भी बैठक में मौजूद थे।
पश्चिम बंगाल के चक्रवात प्रभावित क्षेत्र में मोदी के दौरे को कांगेस ने चुनाव से जोड़ने का प्रयास किया
पश्चिम बंगाल के चक्रवात अम्फान प्रभावित इलाकों में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के दौरे को 'दोहरा मानदण्ड' करार देते हुये कांग्रेस ने यहां कहा कि पिछले साल कर्नाटक में आयी बाढ़ के समय वह राज्य के दौरे पर नहीं आये थे । इसके साथ ही पार्टी ने प्रधानमंत्री के दौरे को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से जोड़ने का प्रयास किया । कर्नाटक कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, 'हम पश्चिम बंगाल के चक्रवात प्रभावित लोगों के साथ एकजुट होकर खड़े हैं । हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोहरे मानदण्ड की निंदा करते हैं।
प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल गये हैं लेकिन कर्नाटक में पिछले साल आयी बाढ़ एवं भूस्खलन के दौरान वह यहां नहीं आये ।' कर्नाटक कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, 'बंगाल में अगले साल चुनाव हो सकता है लेकिन लोग यहां भी :कर्नाटक में: कठिनाईयों का सामना कर रहे हैं ।'
मोदी ने आज पश्चिम बंगाल के चक्रवात प्रभावित इलाकों का दौरा किया और प्रदेश में स्थिति का जायजा लिया । वह पश्चिम बंगाल के लिये एक हजार करोड़ रुपये की तत्काल सहायता की घोषणा कर चुके हैं । कांग्रेस के प्रदेश इकाई ने कहा कि कर्नाटक में पिछले साल बाढ़ के समय वह नहीं आये जब 91 लोगों की मौत हो गयी थी और करीब सात लाख लोग विस्थापित हो गये थे । कर्नाटक में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस प्रदेश में अपर्याप्त बाढ़ राहत के लिये केंद्र एवं राज्य सरकार की आलोचना करती रही है जबकि दोनों स्थानों पर भाजपा का शासन है ।