नागपुर, 26 दिसंबर केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के दिग्गज नेताओं से मिले ‘संस्कार’ और उनसे मिली सीख उनके राजनीतिक जीवन की सफलता में मददगार रहे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि वह आरएसएस की मूल्य व्यवस्था और कार्य पद्धति और कॉरपोरेट तथा प्रबंधन के क्षेत्र में उसके प्रभाव पर पुस्तक लिख रहे हैं।
गडकरी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के 66वें राष्ट्रीय सम्मेलन के यशवंतराव केल्कर युवा अवार्ड समारोह को संबोधित कर रहे थे।
केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने कहा कि भारत और विदेशों के पत्रकार उनसे पूछते हैं कि वह इतनी बड़ी ढांचागत परियोजनाओं को सफलतापूर्वक कैसे पूरी कर लेते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोई इंजीनियर या तकनीकी विशेषज्ञ नहीं हूं, ना ही मैं कोई बहुत प्रतिभाशाली विद्यार्थी था। मैं उनसे (पत्रकारों) पूछता हूं, क्या आप आरएसएस को जानते हैं, क्या आप उसकी विचारधारा और काम करने के तरीके को जानते हैं?’’
संघ के नेताओं को अद्भुत प्रतिभा का धनी बताते हुए गडकरी ने कहा कि उन्हें अतीत में यशवंतराव केल्कर, दत्तोपंत ठेंगड़ी और भाउराव देवरस जैसे संघ के नेताओं के साथ करीब से काम करने का मौका मिला।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे जो सफलता मिली है उसका श्रेय एबीवीपी, आरएसएस और इन नेताओं से मिले संस्कारों को जाता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले कुछ महीनों से मैं यशवंतराव केल्कर, दत्तोपंत ठेंगड़ी और भाउराव देवरस से मिले संस्कारों और उनके काम करने के तरीकों को शब्दों में ढालने का प्रयास कर रहा हूं। (किताब लिख रहा हूं कि) काम करने का यह तरीका कॉरपोरेट और प्रबंधन के क्षेत्र को किस प्रकार प्रभावित कर सकता है।’’
जैविक कृषि के क्षेत्र से जुड़े मनीष कुमार ने गडकरी के हाथों केल्कर पुरस्कार प्राप्त किया।
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