डीयू के कॉलेजों में प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थियों ने दिखाई दर्शनशास्त्र (ऑनर्स) विषय में रुचि

By भाषा | Updated: October 10, 2021 19:17 IST2021-10-10T19:17:42+5:302021-10-10T19:17:42+5:30

Students seeking admission in DU colleges showed interest in Philosophy (Hons) subject | डीयू के कॉलेजों में प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थियों ने दिखाई दर्शनशास्त्र (ऑनर्स) विषय में रुचि

डीयू के कॉलेजों में प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थियों ने दिखाई दर्शनशास्त्र (ऑनर्स) विषय में रुचि

नयी दिल्ली, 10 अक्टूबर दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) से संबद्ध महाविद्यालयों में इस साल प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थियों ने दर्शनशास्त्र से बीए (ऑनर्स) करने में पिछले सालों की तुलना में अधिक रुचि दिखाई है जिसका नतीजा है कि इस विषय में पाठ्यक्रम की पेशकश करने वाले करीब आधे महाविद्यालयों में पहली सूची से ही अनारक्षित कोटे की सीटें भर गई हैं जबकि गत सालों में ऐसा नहीं होता था।

महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों ने इस पाठ्यक्रम के प्रति बढ़ी रुचि को स्वीकार किया है और उनका मानना है कि इसकी वजह दर्शनशास्त्र में कम कट ऑफ और कोविड-19 महामारी की वजह से उत्पन्न अनिश्चितता की स्थिति है। इसके साथ ही संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा और कानून के क्षेत्र के लिए इस पाठ्यक्रम को आधार माना जाना भी कारण है।

डीयू से संबद्ध 15 महाविद्यालय दर्शनशास्त्र में बीए (ऑनर्स) पाठ्यक्रम की पेशकश करते हैं जिनमें से सात महाविद्यालयों की अनारक्षित श्रेणी की सीट पहले ही कट ऑफ में भर गई है। इनमें मिरिंडा हाउस जैसे प्रतिष्ठित महाविद्यालय ही शामिल नहीं है जिसमें कश्मीरी प्रवासी, अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की सीटें भी भर चुकी हैं, बल्कि लक्ष्मी बाई कॉलेज और श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज भी हैं। प्रतिष्ठित हिंदू कॉलेज और लेडी श्रीराम कॉलेज की भी इस विषय में सीटें भर चुकी हैं।

मिरिंडा हाउस की प्रधानाचार्य डॉ. बिजयलक्ष्मी नंदा ने कहा, ‘‘राजनीति शास्त्र (ऑनर्स) जैसे विषयों की सीटें उच्च अंक प्रतिशत के साथ तेजी से भर जाती हैं। दर्शनशास्त्र में बीए (ऑनर्स) उन विद्यार्थियों की पसंद होती है जिनके अंक थोड़े कम यानी 95 से 98 प्रतिशत के बीच होते हैं और उन्हें इससे अच्छे कॉलेज मिल जाते हैं। इस विषय का चुनाव विद्यार्थी इसलिए भी करते हैं क्योंकि पहले इसकी पढ़ाई नहीं करने के बावजूद इसका चयन कर सकते हैं।’’

मिरिंडा कॉलेज में दर्शनशास्त्र विषय में प्रवेश के लिए पहली सूची में 97.5 प्रतिशत का कटऑफ तय किया गया था और इस विषय में प्रवेश समाप्त हो गया है।

दर्शनशास्त्र विभाग में प्रोफेसर डॉ. बालागणपति देवरेकोंडा ने बताया कि वे गत चार-पांच साल से इस विषय को लोकप्रिय बनाने का प्रयास कर रहे हैं, कई महाविद्यालयों ने दर्शनशास्त्र के महत्व को रेखांकित करने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया।

श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज में सहायक प्राध्यापक डॉ. विजय कुमार ने बताया कि इस पाठ्यक्रम की 60 प्रतिशत सीटे भर चुकी हैं और दूसरी कटऑफ सूची में भी सभी सीटें भरे जाने की संभावना है। महाविद्यालय पहली ही सूची के बाद इस विषय में अनारक्षित वर्ग के विद्यार्थियों के लिए प्रवेश बंद कर चुका है।

डीयू के मुताबिक दयाल सिंह कॉलेज, गार्गी कॉलेज, हंसराज कॉलेज, जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज, माता सुंदरी कॉलेज, रामनुजन कॉलेज और जाकिर हुसैन कॉलेज में अब भी दर्शनशास्त्र विषय में बीए (ऑनर्स) की सीटें बची हैं और इन्हें दूसरी कटऑफ सूची के जरिये भरा जाएगा।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Students seeking admission in DU colleges showed interest in Philosophy (Hons) subject

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे