लॉकडाउन जैसी सख्ती से संक्रमण और उससे होने वाली मौतों पर लगाम लगने की उम्मीद : गहलोत
By भाषा | Published: April 19, 2021 05:56 PM2021-04-19T17:56:31+5:302021-04-19T17:56:31+5:30
जयपुर, 19 अप्रैल राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि राज्य में लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध लगने से लोगों और मजदूरों में दशहत पैदा किए बिना कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों और इससे संबंधित मौतों में हो रही खतरनाक वृद्धि पर लगाम लगने की उम्मीद है।
राजस्थान में रविवार को एक ही दिन में संक्रमण से 42 लोगों की मौत हुई है और 10,262 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद सरकार ने देर रात 19 अप्रैल से 3 मई की प्रातः 5 बजे तक जन अनुशासन पखवाड़े के तहत विभिन्न गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया है।
इससे पहले शुक्रवार शाम से सोमवार सुबह तक सप्ताहांत पर कर्फ्यू लगाया गया था।
गहलोत ने कहा कि स्थिति बहुत चिंताजनक और खतरनाक है इसलिये रविवार को मंत्रिमंडल और कोरोना समीक्षा की बैठक के बाद संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम के उद्देश्य से पूरे राज्य में प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष लगाये गये सम्पूर्ण लॉकडाउन से मजदूरों का पलयान हुआ था और फिर से वैसी स्थिति पैदा ना हो इसके लिये राज्य सरकार ने संतुलित दिशा-निर्देश बनाये हैं, जिसमें प्रतिबंध के साथ-साथ जहां आवश्यकता है वहां छूट भी प्रदान की गई है।
गहलोत ने ‘पीटीआई भाषा ’को बताया, ‘‘रविवार की रात जारी किए गए नये दिशा निर्देश और प्रावधानों का उद्देश्य तेजी से बढते संक्रमण के मामलों और मौतों पर नियंत्रण पाने का है। साथ ही हमने सुनिश्चित किया है कि मजदूरों को कोई परेशानी ना हो।’’
पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर ने ‘पीटीआई/भाषा’ को बताया कि विभिन्न श्रेणियों में छूट दिए जाने के कारण सड़कों पर आवाजाही दिखाई दे रही है। इसे जन अनुशासन पखवाड़ा कहते हैं क्योंकि इस दौरान लोगों से अनुशासित रहने की उम्मीद की जाती हैं। उन्हें अनावश्यक रूप से घूमना नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा कि हालांकि पुलिस सड़कों पर घूम रहे लोगों की जांच कर रही है और उन्हें दिशा-निर्देशों की पालन करने को कह रही हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा जो लोग मास्क लगाने और दो गज की दूरी के नियमों का पालन नहीं कर रहे उनके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है।
राजधानी जयपुर में एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने के लिये कई स्थानों पर नाकाबंदी की गई हैं।
प्रमुख शासन सचिव गृह अभय कुमार द्वारा रविवार देर रात जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार 16 अप्रैल को राज्य में लगाये गये सप्ताहांत कर्फ्यू की निरंतरता में 19 अप्रैल, सोमवार पांच प्रात बजे से तीन मई, सोमवार प्रात पांच बजे तक जन अनुशासन पखवाड़ा मनाया जायेगा। इस दौरान सभी कार्यस्थल व्यवसायिक प्रतिष्ठान एवं बाजार बंद रहेंगे।
श्रमिकों का पलायन रोकाने के लिए समस्त उद्योग एवं निर्माण से संबंधित इकाईयों में कार्य करने की अनुमति होगी।
बस स्टैण्ड, रेलवे, मेट्रो स्टेशन और हवाईअड्डे से आने जाने वाले व्यक्तियों को यात्रा टिकट दिखाने पर आवागम की अनुमति होगी।
दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्य में आने वाले यात्रियों को यात्रा शुरू करने के पिछले 72 घंटे के अंदर करायी गयी आरटी पीसीआर जांच रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य होगा।
राष्ट्रीय एवं राज्य मार्गो पर संचालित ढाबे एवं वाहन मरम्मत की दुकानें खुली रहेंगी।
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