Srikakulam Stampede: काशीबुग्गा मंदिर भगदड़ के बाद पुलिस ने प्रवेश पर लगाई रोक, एकादशी के दिन 9 लोगों की हुई दर्दनाक मौत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 2, 2025 12:19 IST2025-11-02T12:19:00+5:302025-11-02T12:19:45+5:30
Srikakulam Stampede: उन्होंने कहा, “मंदिरों या धार्मिक संस्थानों में भीड़ प्रबंधन के लिए पुलिस को पहले से सूचित करना अनिवार्य है, चाहे श्रद्धालुओं की संख्या कितनी भी हो।”

Srikakulam Stampede: काशीबुग्गा मंदिर भगदड़ के बाद पुलिस ने प्रवेश पर लगाई रोक, एकादशी के दिन 9 लोगों की हुई दर्दनाक मौत
Srikakulam Stampede: आंध्र प्रदेश पुलिस ने श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा में स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में धार्मिक समारोह के दौरान नौ लोगों की मौत होने के एक दिन बाद रविवार को मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी। शनिवार को इस मंदिर में हुई दुर्घटना में आठ महिलाओं और एक बच्चे की मौत हो गई थी, जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए थे। कई श्रद्धालुओं को हड्डियां टूटने और सांस लेने में तकलीफ के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मंदिर का एकमात्र द्वार बंद था और जिन श्रद्धालुओं को पहले दर्शन के लिए अंदर जाने दिया गया था, वे ग्रिल टूटने के कारण सीढ़ियों के नीचे इंतजार कर रहे लोगों पर गिर गए और यह भीषण हादसा हुआ। श्रीकाकुलम जिले के पुलिस अधीक्षक के.वी. महेश्वर रेड्डी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “हमने इस त्रासदी को देखते हुए मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है।”
उन्होंने कहा कि नौ शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजन को सौंप दिया गया है। गंभीर रूप से घायल दो लोग अब स्थिर अवस्था में हैं और अन्य को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। रेड्डी ने बताया कि मंदिर आयोजकों ने कार्यक्रम से पहले न तो अनिवार्य अनुमति ली थी और न ही पुलिस सुरक्षा के लिए आवेदन किया था। उन्होंने कहा, “मंदिरों या धार्मिक संस्थानों में भीड़ प्रबंधन के लिए पुलिस को पहले से सूचित करना अनिवार्य है, चाहे श्रद्धालुओं की संख्या कितनी भी हो।”
A tragic stampede at Kasibugga Venkateswara Temple in Srikakulam district claimed nine lives and left dozens injured on Ekadashi. Despite prior knowledge of the massive turnout, the TDP-led coalition government and officials failed to arrange proper crowd control, security, or… pic.twitter.com/2u4Um7FPIT
— YSR Congress Party (@YSRCParty) November 1, 2025
रेड्डी के अनुसार, श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर एक निजी मंदिर है और बिना उचित अनुमोदन के संचालित किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि प्रबंधकों ने सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया, जिसके कारण यह हादसा हुआ। इस बीच, पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।