सपा ने बलिया से 'शिव सेवक' सम्मेलन की शुरुआत की
By भाषा | Updated: September 6, 2021 21:54 IST2021-09-06T21:54:04+5:302021-09-06T21:54:04+5:30

सपा ने बलिया से 'शिव सेवक' सम्मेलन की शुरुआत की
बलिया (उप्र), छह सितंबर उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यधारा के राजनीतिक दलों द्वारा ब्राह्मणों को जोड़ने के लिए 'प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन' आयोजित करने की श्रृंखला में समाजवादी पार्टी के समर्थकों ने "शिव सेवक सम्मेलन" आयोजित करके एक कदम और आगे बढ़ाया है।
समाजवादी पार्टी (सपा) ने सोमवार को ब्राह्मण समाज की एक उपजाति गोस्वामी समाज को 'शिव सेवक' सम्मेलन के जरिये प्रभावित करने की पहल की है जिनकी राज्य के एक दर्जन से अधिक जिलों में खासी आबादी है।
जिला मुख्यालय के टाउन हॉल के सभागार में सोमवार को गोस्वामी समाज के बैनर तले प्रथम शिव सेवक सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें समाजवादी पार्टी युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद गिरी ने भाजपा सरकार पर गोस्वामी समाज की उपेक्षा और उत्पीड़न का आरोप लगाया।
अधिवेशन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए गिरि ने कहा कि 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने के लिए गोस्वामी समाज को एकजुट करने के लिए पूरे राज्य में इसी तरह के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। स
म्मेलन स्थल पर लगाए गये पोस्टर व होर्डिंग में सबसे ऊपर भगवान शिव की तस्वीर थी और इसके बाद एक तरफ सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव व दूसरी तरफ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की तस्वीर लगी थी।
गिरि ने कहा कि गोस्वामी समाज बहुत प्रभावशाली है और गोस्वामी में लगभग दस उपजातियां हैं और इस तरह के सम्मेलनों के माध्यम से उन्हें एकजुट करने का प्रयास किया जाएगा।
प्रदेश के संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ल ने इस सम्मेलन को लेकर सपा पर हमला बोला और कहा कि सपा हिन्दू समाज को जाति के नाम पर विभाजित करने का प्रयास कर रही है। सपा हिन्दू समाज से जुड़े जाति सम्मेलन कर रही है। उन्होंने सवाल किया है कि सपा मुस्लिम समाज का शिया व सुन्नी समाज का अलग-अलग सम्मेलन क्यों नही करती है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को प्रदेश के 18 महानगरों में प्रबुद्धजन सम्मेलन आयोजित किये जबकि बहुजन समाज पार्टी पिछली 23 जुलाई से अयोध्या से और सपा 23 अगस्त को बलिया से प्रबुद्ध सम्मेलनों की श्रृंखला चला रही है।
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