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फोटो: पत्रकारों पर हुए हमले पर भाजपा पर हमलावर हुए अखिलेश यादव, ट्वीट कर कहा-'मीडियाकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार हताशा का प्रतीक...सच से डर गए'

By आजाद खान | Updated: February 21, 2023 10:44 IST

आपको बता दें कि सपा ने अपने ट्विटर हैंडल से कुछ तस्वीरें भी शेयर की है जिसमें यह देखा जा रहा है कि मार्शलों द्वारा पत्रकारों के साथ कथित दुर्व्यवहार किया जा रहा है।

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ठळक मुद्देउत्तर प्रदेश विधानसभा बजट सत्र के दौरान सपा समेत अन्य विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया है। इस दौरान पत्रकारों के हमले पर अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया भी है। उन्होंने इस हमले को हताशा का प्रतीक और भाजपा को सच से डर जाने की बात कही है।

UP Budget 2023: सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पत्रकारों के साथ मार्शलों द्वारा किए गए कथित दुर्व्यवहार को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। इस घटना को लेकर उन्होंने ट्वीट किया है घटना को हताशा का प्रतीक बताया  है। 

यही नहीं सपा के भी ट्विटर हैंडल से इस घटना को लेकर ट्वीट किया गया है और पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार के कुछ तस्वीरें भी शेयर की गई है। आपको बता दें कि सोमवार को बजट सत्र के दौरान सपा समेत विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा किया था। ऐसे में इस दौरान उनकी तस्वीरें लेते हुए पत्रकारों के साथ मार्शलों ने कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया था। इस पर अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी है। 

अखिलेश यादव और सपा ने क्या कहा है 

मामले में बोलते हुए अखिलेश यादव ने एक ट्वीट किया है और इस घटना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है,  "मीडियाकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार सत्ताधारियों की हताशा का प्रतीक है। जब सत्ता पत्रकारों पर प्रहार करने लगे तो समझ लो वो सच से डर गयी है।"

ऐसे में पत्रकारों से साथ दुर्व्यवहार की तस्वीरें सपा के अधिकारिक हैंडल से भी शेयर किए गए है। ट्वीट में फोटो के साथ यह भी लिखा हुआ है कि "तानाशाह भाजपा सरकार, चौथे स्तंभ पर वार। आज विधानसभा में पत्रकार साथियों पर भाजपा सरकार के इशारे पर हुआ हमला बेहद शर्मनाक। लोकतंत्र खत्म करने का प्रयास कर रही योगी सरकार। सत्ता के अहंकार में दमन कर रही सरकार।"

क्या है पूरा मामला?

उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सपा और अन्य विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया था। दरअसल, राज्यपाल के अभिभाषण से पहले पार्टी के राष्‍ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव और विधानसभा में मुख्य सचेतक मनोज पांडेय समेत अन्य नेताओं ने धरना प्रदर्शन किया था। वे चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष जमा होकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान इनकी द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन को कुछ पत्रकारों ने कवर करना चाहा था।

ऐसें इन पत्रकारों को वहां मौजूद मार्शलों ने ऐसा करने से रोका और कथित तौर पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया था। यही नहीं मीडिया रिपोर्ट की माने तो उनके साथ धक्का मुक्की भी हुई है। ऐसे में विपक्ष खास कर सपा द्वारा कानपुर की घटना को लेकर भी हंगामा किया गया है और इस दौरान अखिलेश यादव द्वारा जातिगत जनगणना की भी मांग की गई है। 

टॅग्स :अखिलेश यादवसमाजवादी पार्टीट्विटरBJP
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