महाराष्ट्र में शिवसेना सरकार बनाने पर कांग्रेस ने फांस दिया पेच, कल मुंबई में पार्टी बनाएगी आगे की रणनीति
By रामदीप मिश्रा | Updated: November 11, 2019 20:33 IST2019-11-11T20:06:35+5:302019-11-11T20:33:33+5:30
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों पर हुए चुनावों में 105 सीटें जीतते हुए बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। राज्य के चुनाव में शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। इसके अलावा राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं।

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महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर कांग्रेस ने पेच फांस दिया है। दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर हुई बैठक के बाद भी कोई हल नहीं निकला है। इस बीच कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि सोनिया गांधी ने एनसीपी प्रमुख से बातचीत की है। आगे की रणनीति के बारे में कल मंगलवार को मुंबई में चर्चा होगी।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र में राजनीति स्थिति को लेकर सोनिया गांधी के आवास पर शाम को हुई बैठक में शामिल राज्य के प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने पहले ही एक प्रेस नोट जारी किया है और उसमें उल्लेख किया है कि हमने कार्यसमिति के सदस्यों और पीसीसी नेताओं के साथ चर्चा की है। हमारे कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शरद पवार जी से बात की है। आगे की चर्चा कल मुंबई में होगी।
सूत्रों ने लोकमत संवाददता शीलेष शर्मा को बताया है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिलने महाराष्ट्र के कांग्रेस प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे, अहमद पटेल और केसी वेणुगोपाल कल मुंबई जाएंगे।
दिल्ली में सोनिया गांधी के आवास पर हुई बैठक के बाद कांग्रेस ने शिवसेना को अपना समर्थन देने को लेकर पत्ते साफ नहीं किए हैं। इस बैठक में कांग्रेस ने महाराष्ट्र के दिग्गज नेताओं समेत पार्टी के कई पदाधिकारियों को बुलाया था। एनसीपी पहले ही शिवसेना को समर्थन दे चुकी है। सिर्फ कांग्रेस से समर्थन की हरी झंडी दिखाना बाकी रह गया है।
Mallikarjun Kharge, Congress: We've already issued a press note & we've mentioned that we've already discussed with working committee members and our PCC leaders. Our AICC President has spoken to Sharad Pawar ji. Further discussion will take place in Mumbai tomorrow. #Maharashtrapic.twitter.com/bBGIkuPUhq
— ANI (@ANI) November 11, 2019
आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों पर हुए चुनावों में 105 सीटें जीतते हुए बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। राज्य के चुनाव में शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। इसके अलावा राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं। प्रदेश की 288 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिये 145 विधायकों का समर्थन जरूरी है।
मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच खींचतान खत्म हो चुकी है। दोनों पार्टियों ने गठबंधन कर एकसाथ चुनाव लड़ा और एनडीए को बहुमत भी प्राप्त हुआ, लेकिन शिवसेना मुख्यमंत्री पद के लिए 50:50 का फार्मूला चाहती थी, लेकिन बीजेपी इस पर तैयार नहीं हुई।