कोटा में बच्चों की मौत को लेकर सोनिया गांधी बैचेन, गहलोत को दी हिदायत- हर किस्म की सुविधा कराए मुहैया
By शीलेष शर्मा | Published: January 3, 2020 06:11 AM2020-01-03T06:11:03+5:302020-01-03T06:12:40+5:30
बच्चों की मौत से चिंतित सोनिया गांधी लगातार समूचे घटनाक्रम पर सीधे नजर बनाये हुए है और दिन में तीन बार हालात की जानकारी ले रही हैं. इधर राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर कांग्रेस अध्यक्ष को भेजी है जिसमें इस बात का उल्लेख है कि अब तक राज्य सरकार ने इन असमय मौतों पर अंकुश लगाने के लिए क्या कदम उठाये हैं.
राजस्थान के कोटा में 104 शिशुओं की मौत पर गहरी चिंता जताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को हिदायत दी है कि वे बीमार बच्चों और उनके परिजनों को हरसंभव सहायता तत्काल प्रभाव से उपलब्ध करायें ताकि असमय होने वाली बच्चों की मौत को रोका जा सके.
पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष ने राज्य के प्रभारी अविनाश पांडे को भी कहा है कि वे कोटा अस्पताल में राज्य सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं की पूरी जानकारी एकत्रित कर एक विस्तृत रिपोर्ट आला कमान को सौंपे.
बच्चों की मौत से चिंतित सोनिया गांधी लगातार समूचे घटनाक्रम पर सीधे नजर बनाये हुए है और दिन में तीन बार हालात की जानकारी ले रही हैं. इधर राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर कांग्रेस अध्यक्ष को भेजी है जिसमें इस बात का उल्लेख है कि अब तक राज्य सरकार ने इन असमय मौतों पर अंकुश लगाने के लिए क्या कदम उठाये हैं.
गौरतलब है कि कोटा के जे.के. लोन अस्पताल में लगातार बच्चों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है जिसके कारण राज्य के मुख्यमंत्री गहलोत और उनकी सरकार आलोचनाओं का शिकार बनी हुई है.
इन मौतों को लेकर गैर कांग्रेसी दलों ने राजनीति भी शुरु कर दी है, बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने प्रियंका गांधी पर तंज कसते हुए पूछा कि उत्तर प्रदेश का दौरा करने वाली प्रियंका आखिर राजस्थान का दौरा क्यों नहीं करती. उत्तर प्रदेश की ही योगी सरकार में बैठे मंत्रियों ने इसी आशय का तंज प्रियंका पर कसा है.
कांग्रेस सूत्र बताते है कि प्रियंका गांधी जल्दी ही राजस्थान का दौरा कर सकती है जहां वे बीमारी से मारे गये बच्चों के परिवारों से मुलाकात करेंगी. वहीं दूसरी ओर सोनिया गांधी के दखल के बाद गहलोत मंत्रिपरिषद के सदस्यों को भी कोटा के लिए रवाना किया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कोटा से सांसद है लेकिन उनकी सांसद निधि से कोई सहायता अब तक इस दिशा में जारी नहीं की गयी है.