पटना: बिहार के पटना में जुमे की नमाज के बाद 'अतीक अहमद अमर रहे' और 'मोदी-योगी मुर्दाबाद' के नारे लगाए जाने का मामला सामने आया है। पटना स्टेशन के पास स्थित जामा मस्जिद के नजदीक लोगों की एक भीड़ ने माफिया अतीक अहमद के समर्थन में नारे लगाए जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस नारेबाजी में शामिल लोगों ने कहा कि अतीक अहमद और अशरफ की शहादत हुई है। दोनों को योजना के तहत मारा गया है। नारा लगा रहे लोगों का कहना था कि अतीक को अदालत से सजा दिलाकर फांसी पर चढ़ा देते तो हम स्वीकार कर लेते लेकिन जिस तरह अपराधियों का सहारा लेकर उसे मारा गया उसके लिए कोर्ट भी जिम्मेदार है।
बता दें कि माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अतीक और अशरफ को पुलिस अभिरक्षा में मेडिकल के अस्पताल लाया गया था। इसी दौरान मीडियाकर्मी बनकर आए हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर दोनों की हत्या कर दी थी।
पटना में जुमे की नमाज के बाद 'अतीक अहमद अमर रहे' के नारे का वीडियो बिहार भाजपा ने भी शेयर किया है। बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए भाजपा ने कहा है कि जब सरकार में बैठ गए हों नकारे, तो माफियाओं का क्यों ना लगे नारे! अतीक अहमद का बेटा असद भी 13 अप्रैल को झांसी में यूपी एसटीएफ के साथ एनकाउंटर में मारा गया। असद के साथ शूटर गुलाम को भी एसटीएफ ने ढेर कर दिया। अब पुलिस को अतीक की पत्नी शाइस्ता की तलाश है जो अब तक फरार है।
बता दें कि माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस हिरासत में हुई हत्या के बाद कांग्रेस के एक नेता राजकुमार द्वारा गैंगस्टर-राजनेता की कब्र पर भारतीय झंडा फहराने और उसके लिए भारत रत्न की मांग करने का मामला भी सामने आया था। कांग्रेस पार्षद राजकुमार राजू द्वारा अतीक अहमद की कब्र पर तिरंगा रखने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसके बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने कार्रवाई करते हुए राजकुमार को पार्टी से बाहर कर दिया। राजकुमार राजू का पार्षद चुनाव लड़ने का टिकट भी कट गया।