कौन थे सीताराम येचुरी? 1974 में राजनीति करियर की शुरुआत, और फिर पोलितब्यूरो..
By आकाश चौरसिया | Updated: September 12, 2024 16:50 IST2024-09-12T16:04:02+5:302024-09-12T16:50:59+5:30
सीपीआईएम नेता दिल्ली के सेंट स्टीफन स्कूल और जवाहर लाल नेहरू के छात्र भी रहें और फिर उन्होंने साल 1975 में SFI से राजनीतिक करियर की शुरुआत की। उन्होंने जेएन्यू से अर्थशास्त्र में पीएचडी के लिए दाखिला भी लिया, लेकिन इस दौरान देश में 1975 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के द्वारा इमरजेंसी थोपी गई।

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
Sitaram Yechury Dies at 72: सीताराम येचुरी ने दिल्ली एम्स में आज 72 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। दिग्गज वामपंथी नेता और सीपीएम महासचिव का आज दोपहर निधन हो गया। वह 72 वर्ष के थे और दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में श्वसन संबंधी बीमारियों का इलाज चल रहा था। 1974 में SFI से जुड़े सीताराम येचुरी, 12 अगस्त 1952 में उनका जन्म हुआ था।
सीपीआईएम नेता दिल्ली के सेंट स्टीफन स्कूल और जवाहर लाल नेहरू के छात्र भी रहें और फिर उन्होंने साल 1975 में SFI से राजनीतिक करियर की शुरुआत की। उन्होंने जेएन्यू से अर्थशास्त्र में पीएचडी के लिए दाखिला भी लिया, लेकिन इस दौरान देश में 1975 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के द्वारा इमरजेंसी थोपी गई। इस दौरान उन्हें और उस समय के कई बड़े नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, हालांकि आने वाले समय में किसी को नहीं पता था कि देश की राजनीति में वो इतना अहम रोल निभाएंगे। गौरतलब है कि उनकी पीएचडी आज भी अधूरी रह गई है।
जेल से बाहर आने के बाद सीताराम येचुरी एक साल में तीन बार जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गये। इसी दौरान उनकी मुलाकात प्रकाश करात से भी हुई, जो आजीवन उनके साथी बने रहे।
पोलित ब्यूरो के सदस्य 1992 में बने
1992 में उन्हें पोलित ब्यूरो सदस्य के रूप में सीपीआईएम में चुना गया। चार साल बाद, वह उन नेताओं में से थे जिन्होंने संयुक्त मोर्चा सरकार के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम का मसौदा तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। श्री येचुरी ने 2004 में यूपीए सरकार के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सीपीएम नेता को 19 अगस्त को एम्स के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था और बाद में गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में स्थानांतरित कर दिया गया था। वह निमोनिया जैसे संक्रमण से पीड़ित थे, लेकिन डॉक्टरों ने बीमारी की सटीक प्रकृति का खुलासा नहीं किया था। श्री येचुरी की हाल ही में मोतियाबिंद की सर्जरी हुई है।