सिंघू बॉर्डर : मुफ्त लंगरों की वजह से स्थानीय होटलों की आर्थिक स्थिति हुई खराब

By भाषा | Updated: January 23, 2021 21:13 IST2021-01-23T21:13:23+5:302021-01-23T21:13:23+5:30

Singhu Border: Free hotels have worsened the financial situation of local hotels | सिंघू बॉर्डर : मुफ्त लंगरों की वजह से स्थानीय होटलों की आर्थिक स्थिति हुई खराब

सिंघू बॉर्डर : मुफ्त लंगरों की वजह से स्थानीय होटलों की आर्थिक स्थिति हुई खराब

(दि 44 आवश्यक सुधार के साथ रिपीट)

(मानिक गुप्ता)

नयी दिल्ली, 23 जनवरी जब सिंघू बॉर्डर पर सड़क के किनारे स्थित राजपूताना रेस्तरां के मालिक को लगने लगा कि वह कोविड-19 महामारी के सबसे खराब आर्थिक संकट से उबर चुके हैं, उसी दौरान तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन शुरू हो जाने के बाद बॉर्डर पर लंगर सेवा चलने लगी और इस रेस्तरां के साथ साथ स्थानीय होटल पुन: आर्थिक संकट से गुजरने लगे।

यहां करीब दो माह से राजमार्ग प्रदर्शनकारियों से भरा हुआ है । बहरहाल, चौबीसों घंटे लंगर सेवा चलने, उद्योगों के बंद होने और लोगों तथा वाहनों की आवाजाही कम हो जाने से दिल्ली-हरियाणा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित कई भोजनालयों की आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है।

हजारों किसान 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। ज्यादातर किसान पंजाब और हरियाणा से हैं। किसानों की मांग है कि तीनों विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए।

राजपूताना होटल के मालिक ओम प्रकाश राजपूत (40) ने कहा, "लोग यहाँ भोजन करने क्यों आएंगे, जब उन्हें लंगरों में मुफ्त भोजन मिल रहा है?"

उन्होंने कहा, "कैसा व्यवसाय? कोई भी नहीं आता है। मैं इस दुकान के लिए 35,000 रुपये किराए का भुगतान कर रहा हूं और यहां आठ कर्मचारी हैं। बिना किसी आय के मैं कब तक कर्मचारियों के वेतन और किराए का प्रबंध कर सकता हूं? यदि यह स्थिति बनी रही, तो मेरे पास इसे बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा?"

रेस्तरां के एक रसोइए, बिहार निवासी मोहम्मद अहसान (23) ने कहा कि राजपूत ने उन्हें बताया कि वह अगले महीने भोजनालय बंद कर देंगे। एहसान का वेतन 17,000 रुपये से घटकर 14,000 रुपये हो गया है और अब वह नई नौकरी की तलाश कर रहा है।

ऐसी ही हालत एक अन्य छोटे भोजनालय पंजाबी जायका की है, जिसकी हर दिन की बिक्री 1,200 रुपये से भी कम हो गई है। इस होटल के भविष्य पर भी तलवार लटकी है।

कमोबेश यही हाल इस क्षेत्र के सभी होटलों का है।

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Web Title: Singhu Border: Free hotels have worsened the financial situation of local hotels

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