सोमवार से अबतक करीब 50 लाख लोगों ने को-विन पोर्टल पर पंजीकरण कराया

By भाषा | Updated: March 2, 2021 20:43 IST2021-03-02T20:43:17+5:302021-03-02T20:43:17+5:30

Since Monday, nearly 50 lakh people have registered on the Co-Win portal. | सोमवार से अबतक करीब 50 लाख लोगों ने को-विन पोर्टल पर पंजीकरण कराया

सोमवार से अबतक करीब 50 लाख लोगों ने को-विन पोर्टल पर पंजीकरण कराया

नयी दिल्ली, दो मार्च केंद्र सरकार ने मंगलवार को बताया कि कोविड-19 टीकाकरण के तीसरे चरण के लिए को-विन पोर्टल पर सोमवार सुबह से अबतक 50 लाख लोगों ने बिना किसी परेशानी के पंजीकरण कराया है।

बुजुर्गों (60 साल से अधिक उम्र) और 45 से 60 साल उम्र गंभीर बीमारियों से ग्रस्त करीब 2.08 लाख से अधिक लोगों को टीके की पहली खुराक दी गई है।

देश में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और 45 से 60 साल उम्र के उन लोगों का टीकाकरण एक मार्च से शुरू हुआ, जो गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं। इसके लिए को-विन पोर्टल पर सोमवार सुबह नौ बजे पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हुई।

सरकारी अधिकारी ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पहले दो चरण में मंगलवार एक बजे तक टीके की 1,48,55,073 खुराक दी जा चुकी थी जिनमें से 67,04,856 स्वास्थ्य कर्मियों को पहली खुराक दी गई है जबकि 25,98,192 स्वास्थ्य कर्मियों को दूसरी खुराक दी गई है।

उन्होंने बताया कि इनके अलावा अबतक 53,43,219 अग्रिम मोर्चा पर तैनात कर्मियों को भी टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 60 साल से अधिक उम्र के और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त 45 से 60 साल उम्र के 2,08,791 लोगों को टीके की पहली खुराक दी गई है।

कोविड-19 टीकाकरण के लिए गठित अधिकार प्राप्त समूह के अध्यक्ष आरएस शर्मा ने बताया कि पंजीकरण प्रणाली में कोई समस्या नहीं आई है।

उन्होंने बताया कि लोग कहीं से को-विन 2.0 या आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल कर टीकाकरण के पंजीकरण करा सकते हैं और समय ले सकते हैं।

शर्मा ने कहा, ‘‘सोमवार सुबह करीब नौ बजे पंजीकरण शुरू हुआ और अबतक करीब 50 लोगों ने हमारी वेबसाइट पर पंजीकरण कराया है। को-विन के पहले संस्करण में कुछ समस्या थी जिसे 16 जनवरी को लांच किया गया था लेकिन नए संस्करण में कोई समस्या नहीं आई।’’

उन्होंने कहा कि सरकार पूरी प्रणाली पर करीब से नजर रख रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह अधिक भार संभालने में सक्षम है क्योंकि यह करीब दुनिया की छठी आबादी के टीकाकरण का कार्यक्रम है और ऐसे में इसे एक समय में करोड़ों लोगों को सेवा देने में सक्षम होना चाहिए।’’

शर्मा ने कहा, ‘‘हम डाटा को सुरक्षित और साइबर हमलों से मुक्त रखना चाहते हैं। इसलिए हम सबसे बेहतर सुरक्षा उपाय कर रहे हैं। हम केवल नाम, उम्र और लिंग का डाटा एकत्र कर रहे है क्योंकि दूसरी खुराक के लिए उनकी निगरानी की जरूरत है।’’

उन्होंने कहा कि सरकार अस्पतालों से समन्वय कर रही है और उन्हें टीके की आपूर्ति कर रही है।

उन्होंने कहा कि हम अधिक से अधिक निजी अस्पतालों को शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि टीकाकरण में 26 से 27 हजार अस्पताल शामिल हैं जबकि करीब 12,500 निजी अस्पतालों में भी टीकाकरण हो रहा है।

भूषण ने कहा कि महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन भारत में अब भी ठीक होने की दर 97 प्रतिशत से अधिक है और उपचाराधीन मरीजों की संख्या दो प्रतिशत (1.51 प्रतिशत) से कम है।

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने लोगों से टीकाकरण के लिए आगे आने और कोविड-19 एहतियातों के प्रति लापरवाही नहीं बरतने की अपील की।

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Web Title: Since Monday, nearly 50 lakh people have registered on the Co-Win portal.

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