महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री उनकी पार्टी से ही होगा. राउत ने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति बदल रही है और न्याय की खातिर लड़ाई में उनकी पार्टी की ही जीत होगी. उन्होंने दुष्यंत कुमार की कविता के जरिए अपनी बात रखी.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘महाराष्ट्र के बारे में फैसला महाराष्ट्र में ही लिया जाएगा, मुख्यमंत्री शिवसेना से ही होगा.’’ शिवसेना के राकांपा की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाने की खबरों के बीच राउत ने कहा कि शरद पवार राज्य के अगले मुख्यमंत्री नहीं होंगे. मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर भाजपा और शिवसेना के बीच खींचतान के चलते अब तक राज्य में सरकार का गठन नहीं हो पाया है.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के परिणाम 24 अक्टूबर को ही घोषित हो गए थे जिसमें भगवा गठबंधन (भाजपा-शिवसेना) को 161 सीटें मिलीं जो 288 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के आंकड़े 145 से कहीं अधिक है. विधानसभा चुनाव में भाजपा को 105 सीटें, शिवसेना को 56, राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं.
शिवसेना को ढाई-ढाई साल के फार्मूले का प्रस्ताव देगी NCP
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने संकेत दिए कि वह शिवसेना के साथ ढाई-ढाई साल के कार्यकाल बांटने को तैयार है. इस बारे में पार्टी के मुखिया शरद पवार मंगलवार को मुंबई में शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे के सामने प्रस्ताव रख सकते हैं. दरअसल, सोमवार को राकांपा नेता शरद पवार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और उसके बाद मुंबई लौट गए.
पवार ने कहा कि उन्होंने सोनिया गांधी को महाराष्ट्र में गैरभाजपा सरकार के गठन को लेकर सभी फार्मूलों से अवगत करवाया है. उन्होंने कहा, ''शिवसेना या उद्धव ठाकरे ने राकांपा से समर्थन के लिए कोई औपचारिक बातचीत नहीं की है.'' माना जा रहा है कि उन्होंने यह कहकर उद्धव ठाकरे को राकांपा से औपचारिक बातचीत करने का संकेत दिया है.
सूत्रों का कहना है कि संभवत: सोनिया गांधी ने पवार को कुछ सुझाव दिए हैं, उसके मुताबिक वे मुंबई लौटकर प्रदेश स्तर के राकांपा-कांग्रेस के नेताओं से बातचीत करने के बाद उद्धव ठाकरे से भी आज अनौपचारिक बातचीत करेंगे. अगर इस फार्मूले पर सहमति बनती दिखी, तो वे सोनिया गांधी को दिल्ली आकर अवगत करवाएंगे. तब दोनों पार्टियां संयुक्त रणनीति से आगे बढ़ेंगी.
माना जा रहा है कि सोनिया गांधी महाराष्ट्र में गैरभाजपा सरकार बनाने के पक्ष में हैं, पर पवार पर ही पूरी रणनीतिक और अमल की जिम्मेदारी है.