BJP नेता के समर्थन में आए शिवराज, मंत्री और कांग्रेस विधायक, कहा- नहीं लगना चाहिए जुर्माना, प्रदर्शन करना सबका अधिकार
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: August 26, 2019 06:14 AM2019-08-26T06:14:52+5:302019-08-26T06:14:52+5:30
महाराष्ट्रः राजधानी भोपाल में बीते दिनों गुमठी वालों के साथ भाजपा के पूर्व विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह मुख्यमंत्री निवास पर प्रदर्शन किया गया था. इसके अलावा सिंह ने समर्थकों के साथ पुलिस महानिदेशक, कमिश्नर और वल्लभ भवन पर भी घेराव किया था.
बिना अनुमति के प्रदर्शन करने को लेकर प्रशासन द्वारा भाजपा के पूर्व विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह पर जुर्माने की कार्रवाई करने का विरोध पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के अलावा राज्य के जनसंपर्क मंत्री पी.सी. शर्मा कांग्रेस के युवा विधायक कुणाल चौधरी ने किया है. शिवराज सिंह ने जहां इस फरमान को तुगलगी फरमान बताया, वहीं कांग्रेस विधायक का कहना है कि प्रदर्शन करना सभी का अधिकार है. इस मामले को मुख्यमंत्री कमलनाथ संज्ञान में लेंगे. पुलिस की कार्रवाई को उन्होंने गलत माना है.
राजधानी भोपाल में बीते दिनों गुमठी वालों के साथ भाजपा के पूर्व विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह मुख्यमंत्री निवास पर प्रदर्शन किया गया था. इसके अलावा सिंह ने समर्थकों के साथ पुलिस महानिदेशक, कमिश्नर और वल्लभ भवन पर भी घेराव किया था. इस प्रदर्शन की उन्होंने अनुमति नहीं ली थी, इसके बाद पुलिस ने इस संबंध में 23 लाख 76 हजार 280 रुपए की वसूली का प्रस्ताव भोपाल कलेक्टर को भेज दिया है.
पुलिस ने जुर्माना लगाए जाने के पीछे तर्क दिया है कि पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह ने अपने समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री निवास सहित 12 जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया था. जिसके चलते पुलिस को प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए अतिरिक्त बल तैनात करना पड़ा.
सिंह पर जुर्माना लगाए जाने के मामले में अब सियासत गर्मा गई है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह का समर्थन करते हुए प्रशासन के कदम को तुगलकी करार दिया है. चौहान ने इस मामले पर कमलनाथ सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया है कि सरकार जनता के असंतोष को देखकर डर गई है, लिहाजा जुर्माना लगाकर विरोध की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है. शिवराज ने चेतावनी दी है कि अभी तो वो सरकार से अपील कर रहे हैं लेकिन बाद में देखेंगे कि आखिर कितने लोगों की संपत्ति सरकार कुर्क करती है.
कांग्रेस विधायक भी आए पूर्व विधायक के साथ
कांग्रेस के युवा विधायक कुणाल चौधरी ने भी भाजपा के पूर्व विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह पर की गई जुर्माने की कार्रवाई को गलत बताया है. पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने का सभी को अधिकार है. उन्होंने पुलिस अधिकारियों की कार्रवाई को गलत बताया है. कुणाल चौधरी ने कहा मुख्यमंत्री कमलनाथ इस पूरे मामले में संज्ञान लेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नेताओं को भी जनता के हितों का ध्यान रखना चाहिए. मुझे लगता है मुख्यमंत्री कमलनाथ पुलिस के इस फैसले को निरस्त करेंगे.
शिवराज को बताया बीमा एजेंट
कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बीमा एजेंट बताया. उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की बात कर रहे हैं, जिससे बीमा कंपनियों को फायदा होगा और उन्हें फसल बीमा का पैसा नहीं देना पड़ेगा, जबकि क्राप कटिंग होने पर किसान को मुआवजा और बीमा राशि भी मिलती है. चौधरी ने कहा कि शिवराज आरोप लगा रहे हैं कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में बेटियों की शादियों के पैसे नहीं मिल रहे हैं, यह झूठ है. अभी तक 26 से ज्यादा बेटियों की शादी का पैसा उनके खातों में जमा करा दिया गया है, जबकि उनके कार्यकाल में तो नकली जेवर बेटियों को दिए गए. चौधरी ने कहा कि किसानों की छाती पर गोलियां चलवाने वाले शिवराज सिंह को किसानों की बात करने का अधिकार नहीं है. वे मुख्यमंत्री रहते हुए हेलिकाप्टर से किसानों के बीच जरुर गए, लेकिन किसानों को समय पर पैसा नहीं दिया.
धरना-प्रदर्शन पर नहीं लगाया जाना चाहिए जुर्माना
विधायक कुणाल चौधरी के बाद अब पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह को जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा का भी समर्थन मिल गया है. सुरेंद्र नाथ सिंह के समर्थन में उतरे शर्मा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा है कि धरना-प्रदर्शन पर जुर्माना लगाना सही नहीं है, इस पर फिर से विचार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा है कि मैंने इस मामले में कलेक्टर से बात की है. राजनीति में धरना प्रदर्शन नैसर्गिक प्रक्रिया है. पिछली सरकार ने हमारे खिलाफ 100 से अधिक केस किए और जेल भेजे गए, लेकिन इस संबंध में जुर्माना नहीं लगाया जाना चाहिए.