मुंबई: महाराष्ट्र में एक बार फिर एनसीपी नेता अजित पवार को लेकर सियासी चर्चाओं का दौर जारी है। ये चर्चा चल रही है कि अजित पवार भाजपा से हाथ मिला सकते हैं। हालांकि खुद अजित पवार इस बात का खंडन कर चुके हैं। लेकिन इसी बीच अजित पवार ने एक बयान दिया और कहा कि 2024 के चुनाव की प्रतीक्षा करने की बजाय वह मुख्यमंत्री पद के लिए दावा करने के लिए तैयार हैं। अजित पवार के इस बयान पर अब शिवसेना उद्धव बाला साहब ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपना सामान समेटने के लिए कह दिया है।
संजय राउत ने कहा, "अजित पवार ने जो कहा है वह एकनाथ शिंदे और उनके खेमे के लिए एक जोरदार और स्पष्ट संदेश है। शिंदे को भाजपा ने अपना बोरिया बिस्तर समेट लेने को कहा है। यही कारण है एकनाथ शिंदे अचानक एक लो प्रोफाइल नेता की तरह रह रहे हैं।"
संजय राउत ने आगे कहा, "अगर अजित पवार सीएम पद के लिए दावा करने को तैयार हैं, तो शिवसेना उद्धव बाला साहब ठाकरे उन्हें शुभकामनाएं देगी। अगर वह मुख्यमंत्री पद के लिए दावा करना चाहते हैं तो हमारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। हम किसी को भी उनकी महत्वाकांक्षाओं को तार्किक परिणति तक ले जाने से नहीं रोक सकते। उन्हें अपनी किस्मत आजमाने दीजिए, हमारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं।"
बता दें कि इससे पहले शरद पवार की बेटी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सांसद सुप्रिया सुले ने कहा था कि 15 दिनों में दो राजनीतिक विस्फोट होंगे, एक दिल्ली में और दूसरा महाराष्ट्र में। सुले के बयान के भी कई राजनीतिक मतलब निकाले गए। फिलहाल कोई भी खुलकर अपने अगले कदम के बारे में नहीं बता रहा। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार राकांपा को छोड़ने अफवाहों को खारिज कर चुके हैं। अजित पवार कह चुके हैं कि मेरे बारे में फैली अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि वो मैं राकांपा के साथ हैं और पार्टी के साथ रहेंगे।
अजित पवार के अगले राजनीतिक कदम के बारे में अटकलें तब शुरू हुईं जब उन्होंने अचानक अपनी निर्धारित बैठकें रद्द कर दीं और ऐसी टिप्पणियां कीं जिन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खेमे के प्रति नरम माना गया।