महाराष्ट्र: राम अठावले ने कहा, BJP की पेशकश को स्वीकारे शिवसेना, 5 साल के लिए आदित्य ठाकरे को बनाए डिप्टी CM
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 28, 2019 12:19 PM2019-10-28T12:19:52+5:302019-10-28T12:24:52+5:30
बीजेपी महाराष्ट्र में 105 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। 288 सदस्यों वाली विधानसभा में शिवेसना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत मिली है।
मोदी सरकार में मंत्री महाराष्ट्र में बीजेपी के सहयोगी रिवोल्यूशनरी पार्टी के नेता रामदास अठावले ने कहा है कि शिवसेना को आदित्य ठाकरे को 5 साल तक डिप्टी सीएम पद पर रखने की पेशकश स्वीकार कर लेनी चाहिये। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि बीजेपी रोटेशनल सीएम के प्रस्ताव को मानेगी, लेकिन 5 साल के लिये उप-मुख्यमंत्री पद के प्रस्ताव पर बीजेपी को परेशानी नहीं होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीजेपी अपनी सहयोगी शिवसेना को डिप्टी सीएम का पद देने को तैयार हो गई है। इंडियन एक्सप्रेस ने उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से लिखा है कि सीएम देवेंद्र फडनवीस ने शिवसेना को डिप्टी सीएम का ऑफर दिया है। हालांकि दोनों पार्टियों के बीच पर्दे के पीछे से बातचीत चल रही है और सोमवार के बाद ही कोई औपचारिक फैसला लिया जाएगा।
इससे पहले 26 अक्टूबर को आरपीआई प्रमुख रामदास अठावले ने कहा था कि बीजेपी को शिवसेना की रोटेनशल सीएम पद की मांग पर गंभीरता से विचार करना चाहिए क्योंकि वह उसके बिना सरकार नहीं बना पाएगी। शिवसेना ने शनिवार को अपनी उस 50: 50 फॉर्मूले की मांग दोहराई जिसके मुताबिक दोनों पार्टियों को ढाई-ढाई साल के लिए सीएम पद मिलना है।
रामदास अठावले ने अपनी पार्टी के लिए मांगा दो मंत्री पद
महाराष्ट्र चुनाव आने के एक दिन बाद ही आरपीआई प्रमुख अठावले ने रांची में कहा था, 'हम महाराष्ट्र सरकार में एक कैबिनेट और एक राज्य मंत्री पद की मांग करते हैं। अमित शाह आज मुंबई जाएंगे और उद्धव ठाकरे के साथ इस मुद्दे पर बैठक करेंगे कि राज्य कैबिनेट में किसे मंत्री बनाया जाएगा।'
महाराष्ट्र में सत्ता समीकरण
बीजेपी महाराष्ट्र में 105 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। 288 सदस्यों वाली विधानसभा में शिवेसना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत मिली है। यहां बहुमत का आंकड़ा पार करने के लिए 145 सीटों की जरूरत है।
शिवसेना को चाहिए लिखित आश्वासन
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी का मानना था कि वो बहुमत के लिए जरूरी 145 सीट हासिल कर लेगी और शिवसेना की जरूरत नहीं पड़ेगा। दोनों पार्टियों ने मिलकर चुनाव लड़ा और नतीजे सामने आने के बाद स्पष्ट हुआ कि बीजेपी को सरकार बनाने के लिए शिवसेना, कांग्रेस अथवा एनसीपी की जरूरत है। शिवसेना ने अपने सहयोगी दल भाजपा से शनिवार को लिखित में आश्वासन मांगा था कि वह महाराष्ट्र में ‘सत्ता में बराबर की हिस्सेदारी के फार्मूले’ (50:50) को लागू करेगी।
बीजेपी ने दिलाई 1995 की याद
इंडियन एक्सप्रेस ने एक बीजेपी नेता के हवाले से लिखा कि 1995 में बीजेपी और शिवसेना के बीच ज्यादा सीट का अंतर नहीं था लेकिन फिर भी बीजेपी ने डिप्टी सीएम के पद से संतोष किया था। 1995 के विधानसभा चुनाव में शिवेसना को 73 सीटें मिली थी और सीएम मनोहर जोशी बनाए गए थे। बीजेपी को 65 सीटें मिली थी और डिप्टी सीएम गोपीनाथ मुंडे बनाए गए थे।