शिकारा महोत्सवः डल झील हुई रौशन, झालरों से सजीं शिकारे और हाउसबोट, पर्यटकों का जमावड़ा
By सुरेश एस डुग्गर | Published: December 1, 2022 04:10 PM2022-12-01T16:10:47+5:302022-12-01T16:15:09+5:30
कश्मीर संभाग के पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डा दिबाह खालिद ने कहा, इस बार होने जा रहे दो दिवसीय समारोह का मुख्य आकर्षण और थीम झील में तैरते शिकारे और हाउसबोटें होंगीं।
जम्मूः पिछले महीने केसर महोत्सव को भुनाने वाले टूरिज्म विभाग ने अब डल झील में दो दिवसीय फेस्टिवल की तैयारी शुरू कर दी है। टूरिज्म विभाग डल झील में तैरते शिकारों और हाउसबोटों की खूबसूरती से दुनियाभर को अवगत करवाना चाहता है। इसके लिए टूरिस्टों को पिछले सप्ताह से ही न्यौता दिया जा रहा है। इसका टैग लाइन ‘सर्दियों में भी कश्मीर खुला रहेगा’ दिया गया है। हालांकि पिछली बार भी डल झील में दिसम्बर के पहले सप्ताह में ऐसे समारोह का आयोजन किया गया था। लेकिन तब उसकी चमक दमक को कोरोना की परिस्थितियां लील गई थीं जिस कारण उसमें कुछ खास संख्या में पर्यटक नहीं आ पाए थे।
पर इस बार टूरिज्म विभाग को हजारों की संख्या में पर्यटकों के शिरकत करने की उम्मीद इसलिए है क्योंकि इस साल कश्मीर आने वाले पर्यटकों की संख्या के कारण पर्यटन विभाग के साथ ही पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के पांव जमीन पर नहीं टिक पा रहे हैं।
कश्मीर संभाग के पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डा दिबाह खालिद ने कहा, इस बार होने जा रहे दो दिवसीय समारोह का मुख्य आकर्षण और थीम झील में तैरते शिकारे और हाउसबोटें होंगीं। शिकारे और हाउसबोटें वैसे भी दुनियाभर से आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र तभी से हैं जब से यह डल झील में उतरे हैं।
इस दो दिवसीय समारोह में पर्यटकों को सिर्फ शिकारे और हाउसबोटों ही नहीं दिखेंगी बल्कि उनके लिए कश्मीरी फूड का इंतजाम किया जा रहा है जिसमें वाजवान और हरिसा के अतिरिक्त वे पकवान भी होंगें जिनका स्वाद अगर कोई एक बार चख लेता है तो वह उसका दिवाना हो जाता है।