शशि थरूर बोले- मुसलमानों की टोपी क्यों नहीं पहनते मोदी, खड़ा हुआ नया विवाद
By भाषा | Updated: August 7, 2018 05:01 IST2018-08-07T05:01:08+5:302018-08-07T05:01:08+5:30
थरूर ने कहा, ‘‘मैं आपसे पूछता हूं कि हमारे प्रधानमंत्री देश विदेश में जहां कहीं भी जाते हैं, हर तरह की अजीबो गरीब टोपियां क्यों पहनते हैं? वह मुसलमानों की टोपी पहनने क्यों हमेशा मना कर देते हैं?’’

शशि थरूर बोले- मुसलमानों की टोपी क्यों नहीं पहनते मोदी, खड़ा हुआ नया विवाद
तिरूवनंतपुरम, 7 अगस्तः कांग्रेस नेता शशि थरूर ने यह कहकर नये विवाद को जन्म दे दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपनी यात्राओं के दौरान ‘‘अजीब सी’’ नगा और दूसरी टोपियां पहनते हैं लेकिन मुसलमानों की टोपी पहनने से मना कर देते हैं। भाजपा ने उनकी टिप्पणी को पूर्वोत्तर के लोगों का अपमान बताया। केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने मांग की कि कांग्रेस थरूर की टिप्पणी के लिए माफी मांगे। थरूर ने कहा, ‘‘मैं आपसे पूछता हूं कि हमारे प्रधानमंत्री देश विदेश में जहां कहीं भी जाते हैं, हर तरह की अजीबो गरीब टोपियां क्यों पहनते हैं? वह मुसलमानों की टोपी पहनने क्यों हमेशा मना कर देते हैं?’’ उन्होंने कहा, ‘‘आप उन्हें पंख लगी नगा टोपियां पहने देखते हैं। आप उन्हें अलग तरह की पोशाकों में देखते हैं जो कि एक प्रधानमंत्री के लिहाज से ठीक है। इंदिरा गांधी भी तस्वीरों में विभिन्न प्रकार की पोशाकों में दिखती थीं। लेकिन मोदी अब भी हमेशा एक खास टोपी को पहनने से क्यों मना कर देते हैं?’’
पूर्व केंद्रीय मंत्री कल यहां ‘‘समकालीन भारत में नफरत, हिंसा एवं असहिष्णुता के खिलाफ लड़ाई’’ के विषय पर एक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। थरूर ने इससे पहले हाल में कहा था कि भाजपा सत्ता में लौटी तो संविधान को दोबारा लिखेगी और ‘‘हिंदू पाकिस्तान’’ के निर्माण का रास्ता तैयार करेगी। उनकी इस टिप्पणी को लेकर भी विवाद हुआ था। उन्होंने कहा कि मोदी हरे रंग से परहेज करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह रंग मुस्लिम तुष्टीकरण से जुड़ा है। थरूर ने कहा, ‘‘वह हरा रंग पहनने से क्यों इनकार करते हैं, वह रंग जिसके बारे में उनका कहना है कि यह मुस्लिम तुष्टीकरण से जुड़ा है? यह किस तरह की बात है?’’
अरूणाचल प्रदेश के रहने वाले केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने थरूर पर पलटवार करते हुए कहा, ‘‘पूर्वोत्तर के लोगों और जनजातियों का अपमान करने के लिए कांग्रेस पार्टी माफी मांगे। शशि थरूर ने पूर्वोत्तर के लोगों और नगा जनजाति की टोपियों को अजीबो गरीब एवं हास्यप्रद दिखने वाला बताया है।’’ केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि थरूर की टिप्पणी से उनकी ‘‘अजीब’’ मानसिकता का पता चलता है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘प्रिय शशि थरूर यह अजीब मानसिकता का परिचायक है, खासकर नगालैंड, जिसका आपने खासतौर पर उल्लेख किया, सहित पूर्वोत्तर के लोगों की समृद्ध पारंपरिक संस्कृति का मजाक उड़ाना है। कांग्रेस अपनी मानसिकता के कारण 70 सालों से पूर्वोत्तर की उपेक्षा करती रही।’’ केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘शशि थरूर ने पूर्वोत्तर के लोगों की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत का अपमान किया है। भारत के लोगों के प्रति यह अहंकार एवं दंभ कांग्रेस की पहचान बन गई है।’’
भाजपा के महासचिव राम माधव ने भी थरूर की आलोचना करते हुए ट्वीट किया, ‘‘शशि थरूर के लिए नगा टोपी अजीबो गरीब और हास्यप्रद है। मुस्लिम टोपी के लिए बहुत ज्यादा प्यार दिखाते हुए थरूर को नगाओं एवं पूर्वोत्तर के दूसरे लोगों के रीति रिवाजों का अपमान करने में दिक्कत नहीं हुई।’’ बाद में थरूर ने राठौड़ को जवाब देते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘‘प्रिय राज्यवर्द्धन आपको यह बेहतर पता होगा: मैं साफ तौर पर गणमान्य लोगों को पहनाए जाने वाली रस्मी टोपियों की बात कर रहा था ना कि रोजाना इस्तेमाल में लायी जाने वाली टोपियों की। लेकिन आप मूल सवाल से पीछे हट रहे हैं कि प्रधानमंत्री हर तरह की टोपियां पहनते हैं, केवल एक टोपी से क्यों बचते हैं?’’
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