कोने में कंबल ओढ़े छिपकर बैठा था शरजील इमाम, PFI से जुड़े मिले तार, जानें गिरफ्तारी से लेकर अबतक इस केस की अहम कड़ियां
By पल्लवी कुमारी | Published: February 4, 2020 03:59 PM2020-02-04T15:59:54+5:302020-02-04T15:59:54+5:30
शरजील इमाम को राजद्रोह के एक मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने जहानाबाद से गिरफ्तार किया था। पुलिस उससे अलीगढ़ और जामिया मिल्लिया इस्लामिया में उसके कथित भड़काऊ भाषणों के संबंध में पूछताछ कर रही है।
देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार शरजील इमाम की पुलिस हिरासत तीन दिन के लिए बढ़ा दी गई है। गिरफ्तारी के बाद पिछले पांच दिन के दौरान हुई पूछताछ में शरजील इमाम जांच कर रही क्राइम ब्रांच को अलग-अलग बयाम देकर बरगलाने की कोशिश कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जांच में सामने आया है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े लोग शरजील के कनेक्ट थे। हालांकि शरजील ने दावा किया है कि उसे पता ही नहीं कि वह जिन लोगों के टच में था उसका पीएफआई से कोई संबंध हैं। इमाम को जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ में भड़काऊ भाषण देने के लिए बिहार के जहानाबाद से 28 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था।
रिपोर्ट के मुताबकि क्राइम ब्रांच ने तीन दिन की रिमांड दौरान उसके करीबी 10-12 लोगों को नोटिस देकर जांच में सहयोग करने के लिए का है। इस सभी से पांच फरवरी को पूछताछ हो सकती है।
शरजील इमाम की पुलिस हिरासत तीन दिन के लिए बढ़ाई
गिरफ्तार शरजील इमाम की पुलिस हिरासत अदालत ने तीन दिन के लिए बढ़ा दी है। इमाम के वकील मिशिका सिंह ने बताया कि इमाम को भारी सुरक्षा में मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट पुरुषोत्तम पाठक के निवास पर सोमवार शाम को पेश किया गया।
शरजील इमाम के पक्ष में नारा लगाने के खिलाफ 51 लोगों पर केस दर्ज
शरजील इमाम के समर्थन में नारेबाजी को लेकर मुंबई के सामाजिक कार्यकर्ता उर्वशी चूड़ावाला सहित 51 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मुंबई पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शरजील इमाम का मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए गए हैं
शरजील इमाम के बिहार के जहानाबाद स्थित घर और दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में उसके फ्लैट से मोबाइल फोन, लैपटॉप तथा सीएए विरोधी पोस्टर जब्त किए गए थे। पुलिस उपायुक्त (अपराध) राजेश देव ने बताया कि जांच के दौरान वसंत कुंज के उसके किराए के फ्लैट से एक लैपटॉप और एक कम्प्यूटर बरामद किया गया था। उन्होंने बताया था कि जहानाबाद के उसके घर से उसका मोबाइल फोन बरामद किया गया था। पुलिस ने यह भी कहा था कि शरजील ने सीएए और एनआरसी विरोधी पर्चे बनाए थे जिसमें गुमराह करने और भयभीत करने वाले तथ्य थे। उसने ये पर्चे कई मस्जिदों में बंटवाए थे। इसकी प्रति भी प्राप्त कर ली गई है। उन्होंने बताया कि जिस दुकान से इनकी फोटोकॉपी कराई गई थी उसकी भी पहचान कर ली गई है।
गिरफ्तारी से बचने के लिए कोने में कंबल ओढ़े छिपकर बैठा था शरजील इमाम
शरजील इमाम पर दिल्ली पुलिस सहित छह राज्यों ने राजद्रोह का केस दर्ज किया था। देशद्रोह का मामला दर्ज होने के बाद शरजील की गिरफ्तारी उसके बिहार स्थित घर जहानाबाद से हुई। इमाम को जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ में भड़काऊ भाषण देने के लिए बिहार के जहानाबाद से 28 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली पुलिस ने जब शरजील इमाम को गिरफ्तार किया को वह एक कोने पर कंबल ओढ़े छिपकर बैठा था।
टाइम्स नाउ में छपी रिपोर्ट के मुताबिक गिरफ्तारी से पहले पुलिस का शिकंजा कसने के बाद बिहार में जहानाबाद अपने घर के पास स्थित एक इमामबाड़े में जाकर छिप गया था, जबकि कई राज्यों की पुलिस उसे देश के अलग-अलग हिस्सों में तलाश रही थी।
दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की एसआईटी से जुड़े एक अधिकारी ने रविवार को नाम उजागर न करने की शर्त पर टाइम्स नाउ को बताया कि शरजील के पीछे तो अरुणाचल, दिल्ली, बिहार, उत्तर प्रदेश और असम राज्यों की टीमें पड़ी हुई थीं। पुलिस से बचने के लिए चूंकि शरजील इमाम हर रास्ता अपना रहा था, इसीलिए वह किसी के हाथ नहीं लग रहा था।"
जानें कौन है शरजील इमाम
शरजील इमाम मूल रूप से बिहार जहानाबाद का निवासी है। शरजील इमाम जवाहलाल नेहरू विश्वविद्यालय का पूर्व छात्र है। आईआईटी-मुंबई से शरजील ने मास्टर्स किया है।
असम को लेकर शरजील इमाम ने क्या दिया था विवादित बयान
शरजील इमाम को एक ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुना गया कि असम को भारत के शेष हिस्से से काटना चाहिए और सबक सिखाना चाहिए क्योंकि वहां बंगाली हिंदुओं और मुस्लिम दोनों की हत्या की जा रही है या उन्हें निरोध केंद्रों में रखा जा रहा है। ऐसी खबर है कि उसने यह भी कहा था कि अगर वह पांच लाख लोगों को एकत्रित कर सकें तो ‘‘असम को भारत के शेष हिस्से से स्थायी रूप से अलग किया जा सकता है...अगर स्थायी रूप से नहीं तो कम से कम कुछ महीनों तक तो किया ही जा सकता है।’’