शरद पवार ने गुरु पूर्णिमा पर यशवंतराव चव्हाण को याद करते हुए कहा, "जिन्होंने मुझपर भरोसा किया, वो निराश न हों, अच्छा होगा"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: July 4, 2023 08:44 IST2023-07-04T08:38:53+5:302023-07-04T08:44:36+5:30
एनसीपी प्रमुख शरद पवार मायूस हो चुके पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच एक बार फिर विश्वास पैदा करने और एनसीपी को फिर से खड़ा करने के लिए सीधे जनता के बीच सड़कों पर उतरे।

शरद पवार ने गुरु पूर्णिमा पर यशवंतराव चव्हाण को याद करते हुए कहा, "जिन्होंने मुझपर भरोसा किया, वो निराश न हों, अच्छा होगा"
मुंबई: महाराष्ट्र और देश की मौजूदा सियासत में सबसे वयोवृद्ध नेता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार 82 साल की उम्र में फिर सड़कों पर उतर गये हैं और बिखरी हुई एनसीपी को नये सिरे से खड़ा करने कवायद में जुट गये हैं। शरद पवार मायूस हो चुके एनसीपी कार्यकर्ताओं के बीच एक बार फिर विश्वास पैदा करने के लिए और एनसीपी को फिर से खड़ा करने के लिए सोमवार को सीधे जनता से संवाद बनाने के लिए सड़कों पर उतरे।
शरद पवार ने सोमवार की सुबह में पुणे से पार्टी कार्यकर्ताओं को साथ लेकर सतारा के कराड के लिए रवाना हुए। जहां हजारों की संख्या में एनसीपी समर्थकों ने 'शरद पवार ही हमारे एकमात्र बॉस हैं' जैसे पोस्टरों के साथ उनका स्वागत किया।
समाचार वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार शरद पवार ने कराड में सभा संबोधन से पहले गुरु पूर्णिमा के दिन अपने राजनैतिक गुरु और महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण को याद किया और उनके स्मारक पर जाकर पुष्प अर्पित किया। इस मौके पर शरद पवार के साथ कराड उत्तर के विधायक बालासाहेब पाटिल, सतारा के सांसद श्रीनिवास पाटिल और विधायक अनिल देशमुख और रोहित पवार सहित हजारों एनसीपी समर्थक मौजूद थे और साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण भी कांग्रेस की ओर से शरद पवार के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए उनके पास पहुंचे।
कराड में जनसभा को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा, “मौजूदा वक्त में केवल महाराष्ट्र में नहीं बल्कि पूरे देश में सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। हमें उन ताकतों से लड़ना होगा, जो जनता के बीच डर पैदा कर रहे हैं। दुर्भाग्य से हमारे कुछ सहयोगी भी ऐसी ताकतों का शिकार हो गए फिर भी महाराष्ट्र की जनता उनके आगे नहीं झुकेगी और उन्हें उनकी असली जगह दिखाएगी।”
कराड के अलावा पवार ने सतारा में भी रैली की और कहा, ''मैंने जीवन में जब भी कोई नई योजना बनाता हूं तो दो शहरों को चुनता हूं। एक है सतारा और दूसरा है कोल्हापुर। एनसीपी में हमारे कुछ सहयोगियों ने एक अलग रास्ता चुन लिया है। वे हमारी विचारधारा के साथ सीधे टकराव में शामिल हो गए। मैंने यह दौरा इसलिए किया है ताकि जिन्होंने मुझपर भरोसा किया, वो निराश न हों, अच्छा होगा"
शरद पवार ने भाषण को खत्म करते हुए कहा, "कभी भी जनता के बीच पहुंच कर ही राजनीति के रुख को मोड़ा जा सकता है। अगर हम कड़ी मेहनत करें तो मुझे यकीन है कि कुछ ही महीनों में राज्य की स्थिति हमारे लिए फायदेमंद होगी।''