महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर खींचतान के बीच पीएम मोदी से मिले NCP प्रमुख शरद पवार, इस मुद्दे पर हुई बातचीत
By रामदीप मिश्रा | Updated: November 20, 2019 13:10 IST2019-11-20T13:10:49+5:302019-11-20T13:10:49+5:30
महाराष्ट्रः पीएम मोदी और शरद पवार के बीच मुख्यता किसानों के मुद्दे पर हुई है मुलाकात, लेकिन महाराष्ट्र में मचे राजनीतिक घमासान पर भी चर्चा होने की बात कही जा रही है। प्रदेश में सरकार के गठन को लेकर अभी तक कोई हल नहीं निकल सका है।

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महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर खींचतान के बीच बुधवार (20 नवंबर) को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के मुखिया शरद पवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले हैं। उनकी मुलाकात संसद में हुई है। बताया जा रहा है दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात महाराष्ट्र के किसानों की दयनीय स्थिति को लेकर हुई है। बता दें कि पीएम मोदी ने राज्यसभा में बीजेडी और एनसीपी की तारीफ की थी।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार किसानों की स्थिति को लेकर काफी चिंतित हैं। उनका कहना है कि अतिवृष्टि के कारण संतरे को बहुत नुकसान हुआ है। संतरा किसानों से उन्होंने निजी तौर पर चर्चा भी की है। 60 से 70 फीसदी तक किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। महाराष्ट्र में किसानों की हालत दयनीय है और जो बची हुई फसल है उनमें भी घुन लगने की आशंका है। किसानों के फसल को काफी नुकसान हुआ है और यह अभूतपूर्व हानि है।
Delhi: Nationalist Congress Party Chief Sharad Pawar meets Prime Minister Narendra Modi in Parliament. (file pics) pic.twitter.com/HRkIjEgffa
— ANI (@ANI) November 20, 2019
बताया जा रहा है कि पीएम मोदी और शरद पवार के बीच मुख्यता किसानों के मुद्दे पर हुई है मुलाकात, लेकिन महाराष्ट्र में मचे राजनीतिक घमासान पर भी चर्चा होने की बात कही जा रही है। प्रदेश में सरकार के गठन को लेकर अभी तक कोई हल नहीं निकल सका है।
गौरतलब है कि 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के 24 अक्टूबर को घोषित चुनाव नतीजों में कोई भी पार्टी पूर्ण बहुमत के लिए जरूरी 145 सीटें हासिल नहीं कर पाई। बीजेपी को 105 सीटों पर जीत मिली, जबकि शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं।
गठबंधन कर चुनाव लड़ी बीजेपी और शिवसेना को बहुमत तो मिला लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान के चलते वे मिलकर सरकार नहीं बना पाईं। बीजेपी और शिवसेना के अलग-अलग रास्ते अख्तियार करने के बाद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के पास पहुंची। हालांकि, कई दौर की बातचीत के बाद भी अभी तक तीनों पार्टियों के बीच सरकार गठन को लेकर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।