शक्तिकांत दास ने संभाला RBI का कार्यभार, बने 25वें गवर्नर
By स्वाति सिंह | Updated: December 12, 2018 13:48 IST2018-12-12T13:43:07+5:302018-12-12T13:48:10+5:30
उर्जित पटेल ने सोमवार को निजी कारणों का हवाला देते हए अपने पद से अचानक से इस्तीफा दे दिया था। वह 1990 के बाद पहले ऐसे आरबीआई गवर्नर हैं जिन्होंने अपना कार्यकाल समाप्त होने से पहले इस्तीफा दिया है।

शक्तिकांत दास ने संभाला RBI का कार्यभार, बने 25वें गवर्नर
आर्थिक मामलों के पूर्व सचिव शक्तिकांत दास ने बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर का पदभार संभाला। दास ने एक ट्वीट कर कहा, ‘‘भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर की जिम्मेदारी संभाली। आप सभी का शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद।’’ वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दास को आरबीआई के शीर्ष पद के लिए ‘सही साख’ वाला व्यक्ति बताया।
जेटली ने कहा, ‘‘दास एक बहुत वरिष्ठ और अनुभवी नौकरशाह रहे हैं। उनका पूरा कामकाजी जीवन लगभग देश के आर्थिक और वित्तीय प्रबंधन में गुजरा है, भले ही वह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में कार्यरत रहे हों या तमिलनाडु में राज्य सरकार के साथ काम किया हो।’’
दास तमिलनाडु काडर से पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं। वह आरबीआई के 25वें गवर्नर नियुक्त किए गए हैं।
जेटली ने कहा कि पटेल के इस्तीफा देने के बाद उनकी नियुक्ति जरूरी थी। उनके हिसाब से दास इस काम के लिए एक दम सही व्यक्ति हैं। वह बहूत ही पेशेवर हैं और कई सरकारों के साथ काम कर चुके हैं।
शक्तिकांत दास आर्थिक मामलों के सचिव के पद पर भी सेवा दे चुके हैं। शक्तिकांत दास पिछले साल ही इस पद से रिटायर हुए थे। खबरों कि मानें तो मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले में भी इनकी प्रमुख भूमिका रही थी।
Assumed charge as Governor, Reserve Bank of India. Thank you each and everyone for your good wishes.
— Shaktikanta Das (@DasShaktikanta) December 12, 2018
शक्तिकांत दास ने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री ली है. इसके बाद उन्होंने वित्त मंत्रालय और डिपार्टमेंट ऑफ एक्सपेंडिचर के जॉइंट सेक्रटरी, तमिलनाड़ु सरकार के स्पेशल कमिश्नर और रेवेन्यू कमिश्नर, इंडस्ट्री डिपार्टमेंट के सेक्रटरी के साथ कई पदों पर काम किया है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले सोमवार को रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा रिजर्व बैंक निदेशक मंडल की चार दिन बाद होने वाली अहम बैठक से पहले आया है। इस बैठक में सरकार के साथ उभरते मतभेद वाले मुद्दों पर विचार विमर्श होने की उम्मीद थी।
पटेल, 1990 के बाद इस्तीफा देने वाले पहले गवर्नर हैं। अपने संक्षिप्त वक्तव्य में उन्होंने कहा कि उन्होंने 'व्यक्तिगत कारणों'से इस्तीफा दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके इस्तीफे के बाद कहा है कि पटेल की कमी बहुत खलेगी।
पटेल ने अपने बयान में कहा है, 'व्यक्तिगत कारणों से मैंने तुरंत प्रभाव से अपने पद से हटने का फैसला किया है।' उन्होंने आगे कहा है, 'यह मेरा सौभाग्य रहा है कि पिछले कई साल तक मुझे रिजर्व बैंक में विभिन्न पदों पर रहते हुये काम करने का गौरव प्राप्त हुआ।
(भाषा इनपुट के साथ)