लाइव न्यूज़ :

हरियाणा में कुमारी शैलजा होंगी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और हुड्डा चुनाव प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष

By शीलेष शर्मा | Updated: September 5, 2019 09:26 IST

गौरतलब है कि कि अशोक तंवर को हटाने के लिए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा लगातार कोशिश कर रहे थे. उन्होंने इस सिलिसले में पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से राज्य के प्रभारी गुलाम नबी आजाद की मौजूदगी में लंबी मुलाकात की थी. 

Open in App
ठळक मुद्देहुड्डा के बगावती तेवरों को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अशोक तंवर हो हटाने का फैसला लेना पड़ा. शैलजा को अध्यक्ष बनाकर पार्टी ने जहां दलितों में संदेश देने की कोशिश की है वहीं हुड्डा  के नाम पर जाट मतदाताओं को थामने की कोशिश होगी.

हरियाणा में कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व को लेकर लंबे समय से चल आ रहे आतंरिक संघर्ष पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपना निर्णय सुनाकर विराम लगा दिया.

पार्टी अध्यक्ष द्वारा लिए गए फैसले के अनुसार पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा प्रदेश कांग्रेस की नई अध्यक्ष होगीं. शैलजा के प्रदेश अध्यक्ष बन जाने से अशोक तंवर की छुट्टी हो गई है. 

गौरतलब है कि कि अशोक तंवर को हटाने के लिए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा लगातार कोशिश कर रहे थे. उन्होंने इस सिलिसले में पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से राज्य के प्रभारी गुलाम नबी आजाद की मौजूदगी में लंबी मुलाकात की थी. 

हुड्डा के बगावती तेवरों को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अशोक तंवर हो हटाने का फैसला लेना पड़ा. दरअसल भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रोहतक में रैली कर अपने बगावती तेवरों के साथ जहां अपनी ताकत का प्रदर्शन किया वहीं कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को यह संकेत भी दे दिए थे कि यदि अशोक तंवर को नहीं हटाया गया तो वे पार्टी से बगावत कर अलग हो जाएंगे.

चूंकि हरियाणा में अगल कुछ महीनों में विधानसभा के चुनाव होने है इसलिए हुड्डा कांग्रेस नेतृत्व के लिए जरूरी होते जा रहे थे. उनके बगावती तेवरों को शांत करने के लिए सोनिया गांधी ने ना केवल तंवर को हटाया बल्कि हुड्डा  को चुनाव प्रबंध समिति का अध्यक्ष और विधानमंडल दल का नेता बनाने की भी घोषणा कर दी. 

दलितों और जाटों को साधने का काम

शैलजा को अध्यक्ष बनाकर पार्टी ने जहां दलितों में संदेश देने की कोशिश की है वहीं हुड्डा  के नाम पर जाट मतदाताओं को थामने की कोशिश होगी. ताकि भाजपा की वर्तमान सरकार से चुनाव में सीधा मुकाबला किया जा सके. भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाकर पंजाबी और हिंदू मतदाताओं को वोट बैंक तैयार किया जिसके सहारे वह चुनाव में उतरेगी. हरियाणा जाट बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण हुड्डा  भाजपा को कड़ी चुनौती दे सकेगें.

टॅग्स :हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019
Open in App

संबंधित खबरें

भारतकर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक वोट चोरी, राहुल गांधी ने कहा- यह अब भी हाइड्रोजन बम नहीं है, अभी आने वाला, वीडियो

भारतNayab Singh Saini oath: 17 अक्टूबर को शपथ लेंगे सैनी?, पीएम मोदी सहित कई एनडीए शासित राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे गवाह!

भारतNew BJP government in Haryana: 15 अक्टूबर को शपथ?, 25000 पदों के लिए भर्ती परीक्षा के परिणाम जल्द, नायब सिंह सैनी की घोषणा

भारतHaryana Assembly Elections ADR REPORT 2024: 13 प्रतिशत के खिलाफ आपराधिक मामले, 86 विधायक करोड़पति?, एडीआर रिपोर्ट में खुलासा

भारतHaryana Election Results 2024: हरियाणा में हार का असर?, दिल्ली में ‘आप’ ने कांग्रेस को कहा ना, राहुल गांधी को अरविंद केजरीवाल ने दिया झटका?

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत