लाइव न्यूज़ :

कादम्बिनी पत्रिका के पूर्व सम्पादक राजीव कटारा का कोरोना से निधन

By गुणातीत ओझा | Updated: November 26, 2020 16:49 IST

कादम्बिनी पत्रिका के संपादक राजीव कटारा का निधन हो गया है। कोविड संक्रमण के बाद दिल्ली के बत्रा अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। दिवाली के दिन या उसके एक दिन बाद उनको कोरोना ने चपेट में ले लिया।

Open in App
ठळक मुद्देकादम्बिनी पत्रिका के संपादक राजीव कटारा का निधन हो गया है।कोविड संक्रमण के बाद दिल्ली के बत्रा अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।

कादम्बिनी पत्रिका के संपादक राजीव कटारा का निधन हो गया है। कोविड संक्रमण के बाद दिल्ली के बत्रा अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। दिवाली के दिन या उसके एक दिन बाद उनको कोरोना ने चपेट में ले लिया। जिंदादिल पत्रकार का ऐसे चले जाना मीडिया जगत को खल रहा है। राजीव कटारा की फेसबुक वाल पर उनके मित्रों और शुभचिंतकों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। राजीव कटारा 11 साल से कादंबिनी के संपादक थे। कोरोना काल में कादम्बिनी मैग्जीन के बंद हो जाने के बाद राजीव कटारा को इस्तीफा देना पड़ा था। उन्होंने दूसरी पारी की शुरुआत करते हुए फेसबुक पर एक मार्मिक पोस्ट लिखा था। 

आठ सितंबर को उन्होंने यह पोस्ट लिखा था। आइये आपको सुनाते हैं राजीव कटारा के उस पोस्ट की कुछ लाइनें..  पहली पारी खत्म हो गई। कादंबिनी के बंद होते ही उसे खत्म होना ही था। कभी न कभी हर चीज को खत्म होना होता है। उस पारी में जहां तक भी पहुंच पाया, उसमें बहुत सारे लोगों ने मदद की। मैं उन सबके लिए कृतज्ञ हूं। मैं कोई  ‘सेल्फमेड’नहीं हूं। मुझे हर कदम पर किसी न किसीका साथ मिला है। यह मेरी खुशकिस्मती है। पहली पारी में बहुत सारे लोगों ने मदद की।

अब आपको बताते हैं राजीव कटारा के पत्रकारिता के सफरनामे के बारे में। कटारा ‘चौथी दुनिया’, ‘अमर उजाला’ समेत कई प्रतिष्ठित संस्थानों में वरिष्ठ पदों पर रह चुके थे। 1983 में ‘नवभारत टाइम्स’ से ट्रेनिंग लेने के बाद ‘चौथी दुनिया’, ‘संडे ’, ‘राष्ट्रीय सहारा’, ‘माया’, ‘आजतक’, ‘दैनिक जागरण’, ‘अमर उजाला’, ‘दैनिक भास्कर’ में काम करने के बाद ‘हिन्दुस्तान’ से जुड़े। पत्रकारिता के क्षेत्र में अहम योगदान देने के लिए उन्हें 2013 के ‘गणेश शंकर विद्यार्थी’ सम्मान से सम्मानित किया गया था। यह सम्मान उन्हें पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रदान किया था।  

टॅग्स :पत्रकार
Open in App

संबंधित खबरें

भारतमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के पत्रकारों को मिलने वाली पेंशन राशि में किया इजाफा, अब हर महीने 6 हजार रुपये की जगह मिलेगी 15 हजार रुपये पेंशन की राशि

भारतबिहार में पत्रकारों को मिलेगी 15 हजार रुपये की पेंशन, चुनाव से पहले नीतीश कुमार का बड़ा तोहफा

क्राइम अलर्टकार में पत्नी संग था पत्रकार, तभी उठा ले गई पुलिस; अब मांगी माफी...

भारतविश्वसनीयता कायम रखने की चुनौती 

क्राइम अलर्टPilibhit News: भ्रष्टाचार का खुलासा करने के बाद पत्रकार ने पत्नी संग खाया जहर, SDM समेत अधिकारियों पर लगाया गंभीर आरोप; वीडियो वायरल

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत