टैक्स देकर शराब, तंबाकू व गुटखा के सेवन की इजाजत है तो ड्रग्स की क्यों नहीं?, वरिष्ठ वकील केटीएस तुलसी ने कहा- ड्रग्स कम करते हैं जिंदगी का दर्द
By अनिल शर्मा | Published: October 28, 2021 09:59 AM2021-10-28T09:59:26+5:302021-10-28T10:45:16+5:30
केटीएस तुलसी ने ड्रग्स के संतुलित सेवन की पैरवी की। उन्होंने कहा कि एनडीपीएस एक्ट 1985 में संशोधन होने चाहिए, क्योंकि इसमें कई बार लोगों का शोषण होता है।

टैक्स देकर शराब, तंबाकू व गुटखा के सेवन की इजाजत है तो ड्रग्स की क्यों नहीं?, वरिष्ठ वकील केटीएस तुलसी ने कहा- ड्रग्स कम करते हैं जिंदगी का दर्द
दिल्लीः ड्रग्स की खपत के आरोप में गिरफ्तार आर्यन खान इन दिनों सलाखों के पीछे हैं। कई तारीखें बीत गईं लेकिन शाहरुख खान के बेटे को जमानत नहीं मिली। इस बीच वरिष्ठ वकील व राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी ने कहा है कि ड्रग्स हर किसी के जिंदगी का हिस्सा है और कई मौकों पर ये जिंदगी के दर्द कम करते हैं।
केटीएस तुलसी ने ड्रग्स के संतुलित सेवन की पैरवी की। उन्होंने कहा कि एनडीपीएस एक्ट 1985 में संशोधन होने चाहिए, क्योंकि इसमें कई बार लोगों का शोषण होता है। उन्होंने कहा, 'कम या अधिक मात्रा में ड्रग्स के इस्तेमाल को लेकर एनडीसीएस ऐक्ट का कई बार दुरुपयोग होता है। एनडीपीएस ऐक्ट में सुधार की जरूरत है।
उन्होंने शराब, तंबाकू और गुटखा का जिक्र करते हुए कहा कि सब जानते हैं कि ये भी नुकसान पहुंचाता है। लेकिन टैक्स देकर इन ड्रग्स के सेवन की इजाजत है। तो ड्रग्स पर क्यों नहीं? राज्यसभा सांसद ने आगे कहा, टैक्स कलेक्शन के बाद ड्रग्स के इस्तेमाल की इजाजत दी जाती है। कई बार ड्रग्स दवा के रूप में लेना होता है और यदि इसकी जरूरत पड़ती है तो इस्तेमाल को क्यों ना मंजूरी दे दी जाए।'
गौरतलब है कि इन दिनों ड्रग्स का मुद्दा छाया हुआ है। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद ड्रग्स पार्टी में आर्यन की गिरफ्तारी ने ड्रग्स को एक बार फिर बहस में ला दिया है। कोर्डेलिया क्रूज शिप पर ड्रग्स पार्टी में आर्यन का नाम आया था जिसके बाद एनसीबी ने 3 अक्टूबर उन्हें गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से ही वे न्यायिक हिरासत में हैं और मुंबई के आर्थर रोड जेल में बंद हैं। अबतक मामले में 20 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।